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भारत का नेपाल को निर्यात 13 प्रतिशत घटा

Last Updated- December 11, 2022 | 5:18 PM IST

अप्रैल-मई के दौरान नेपाल को होने वाले लोहे और स्टील, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक सामान के निर्यात में कमी आई है। भारत का हिमालय स्थित पड़ोसी देश घटते विदेशी मुद्रा भंडार के कारण गैर आवश्यक वस्तुओं के आयात को हतोत्साहित कर रहा है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक गैर तेल का नेपाल को निर्यात अप्रैल-मई अवधि के दौरान 13.2 प्रतिशत घटकर 9,432 लाख डॉलर रह गया है।
वित्त वर्ष 22 के दौरान 9.6 अरब डॉलर की खेप के साथ नेपाल भारत का 11वां बड़ा निर्यात केंद्र था। वित्त वर्ष 22 के दौरान नेपाल के साथ कारोबार में 8.3 अरब डॉलर के साथ भारत तीसरे सबसे बड़े व्यापार अधिशेष वाला देश रहा है। अमेरिका के साथ भारत का व्यापार अधिशेष 32.8 अरब डॉलर और बांग्लादेश के साथ 14.2 अरब डॉलर रहा है। नेपाल के साथ कारोबार में गिरावट से वित्त वर्ष 23 में भारत के साथ कुल मिलाकर व्यापार घाटे पर असर पड़ सकता है, जबकि विकसित देशों में मंदी के डर से पहले ही स्थिति खराब हो रही है। जून में भारत का व्यापार घाटा 26.1 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। इस महीने की शुरुआत में नेपाल ने गैर आवश्यक वस्तुओं के आयात पर अगस्त के अंत तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। इसमें 300 डॉलर से महंगे मोबाइल फोन, 150 सीसी से ज्यादा इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकिल, शराब, तंबाकू उत्पाद, हीरे, 32 इंच से बड़ी रंगीन टीवी, जीप, कार, वैन, गुड़िया, ताश के पत्ते और स्नैक्स शामिल हैं।
अप्रैल-मई के दौरान नेपाल को ऑटोमोबाइल निर्यात 22.5 प्रतिशत कम हुआ है, जबकि लोहा और स्टील का निर्यात 6.8 प्रतिशत संकुचित हुआ है। प्रमुख निर्यात वस्तुओं में ईंधन का आयात 63.8 प्रतिशत बढ़कर 5,972 लाख डॉलर हो गया है। देश के केंद्रीय बैंक नेपाल राष्ट्र बैंक ने अप्रैल में वाणिज्यिक बैंकों को निर्देश दिया था कि वे गैर आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए लेटर आफ क्रेडिट (एलसी) न खोलें। यह देश के विदेशी मुद्रा में और गिरावट को रोकने के लिए किया गया था। इसके पहले भारी मात्रा में आयात के कारण नेपाल के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी कमी आ गई थी, जिससे श्रीलंका जैसे संकट को लेकर चिंता बढ़ रही थी।
वाहन उद्योग के एक सूत्र ने कहा, ‘इसका एकमात्र मतलब यह है कि मौजूदा ऑर्डर को माना जाएगा, लेकिन नेपाल में नए ऑर्डर स्वीकार नहीं किए जाएंगे। परिणामस्वरूप नेपाल में भारत के वाहनों की बिक्री पिछले कुछ महीने में कम हो गई।’ हुंडई नेपाल की प्रमुख निर्यातक कंपनी है, जिसके बाद मारुति सुजूकी, टाटा मोटर्स और महिंद्रा का स्थान है। मूल्य के हिसाब से भारत के कुल वाहन निर्यात में वित्त वर्ष 22 में नेपाल की हिस्सेदारी 2.4 प्रतिशत थी, जो वित्त वर्ष 18 के बाद सर्वाधिक है। भारत से होने वाले कुल दोपहिया निर्यात में नेपाल की हिस्सेदारी 8 से 10 प्रतिशत है। उद्योग के सूत्रों ने कहा कि 150 सीसी से ज्यादा क्षमता की बाइक के आयात पर नेपाल सरकार द्वारा रोक लगाए जाने से भारत से होने वाले निर्यात पर असर पड़ेगा। भारत के दोपहिया निर्यात बाजार में नाइजीरिया, नेपाल, कोलंबिया, बांग्लादेश, केन्या, मैक्सिको, फिलीपींस, ग्वाटेमाला, ऑस्ट्रिया और युगांडा शीर्ष 10 बाजारों में शामिल हैं।

First Published - July 26, 2022 | 1:17 AM IST

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