भारत और यूक्रेन के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए पहली संयुक्त कार्य समूह (Joint Working Group – JWG) बैठक वर्चुअल माध्यम से आयोजित की गई। बैठक की सह-अध्यक्षता भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव अजीत कुमार साहू और यूक्रेन की कृषि नीति और खाद्य उपमंत्री ऑक्साना ऑस्माचको ने की। दोनों देशों के अधिकारियों ने इस बैठक को द्विपक्षीय कृषि सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने भारत की कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की उल्लेखनीय उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने सरकार द्वारा शुरू की गई कई नवोन्मेषी पहलों का उल्लेख किया, जैसे कि डिजिटल समाधानों का उपयोग, जलवायु सहनशील कृषि तकनीकों का प्रोत्साहन, जोखिम प्रबंधन, और क्रेडिट योजनाएं। उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन–दलहन, राष्ट्रीय मिशन ऑन एडिबल ऑयल्स–ऑयलसीड्स, और ई-नाम (e-NAM) जैसी योजनाओं की भी चर्चा की।
यूक्रेन की उपमंत्री ऑस्माचको ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण, कृषि यंत्रीकरण, डिजिटल कृषि, जीनोम एडिटिंग, पौध प्रजनन तकनीक, मृदा उर्वरता, और मृदा मानचित्रण जैसे क्षेत्रों में सहयोग की गहरी रुचि व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत और यूक्रेन के पास कृषि अनुभव की समृद्ध विरासत है, और दोनों देश एक-दूसरे के पूरक बन सकते हैं।
Ministry of Agriculture & Farmers Welfare प्रवक्ता ने बताया कि बैठक के दौरान बागवानी, तकनीकी हस्तांतरण, ज्ञान साझाकरण, क्षमता निर्माण, अनुसंधान सहयोग और बाजार पहुंच जैसे प्रमुख मुद्दों पर भी चर्चा हुई। यह बैठक दोनों देशों के बीच कृषि क्षेत्र में दीर्घकालिक और रणनीतिक साझेदारी को और गहराई देने की दिशा में एक मजबूत आधारशिला साबित होगी।
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