अच्छी बुआई की संभावना के मद्देनजर ग्वार के भाव में गिरावट आ गयी है। पिछले एक महीने के मुकाबले इसकी कीमत में 100-125 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गयी है।
बाजार सूत्रों के मुताबिक, ग्वार का सबसे अधिक उत्पादन राजस्थान और हरियाणा में होता है। पिछले सप्ताह राजस्थान के बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर व नागौर जैसे इलाकों में अच्छी बारिश होने से ग्वार की अच्छी बिजाई की गयी।
पिछले महीने हरियाणा के ग्वार उत्पादक क्षेत्रों में अच्छी बारिश हुई जिस वजह से वहां भी इसकी अच्छी बिजाई की गयी। जून और जुलाई महीनों में राजस्थान में बारिश की कमी से ग्वार की बिजाई पूर्ण रूप से नहीं हो पायी थी। इस वजह से इस बात की पूरी उम्मीद है कि इस साल ग्वार के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
ग्वार के कारोबारियों का कहना है कि अच्छी फसल की उम्मीद में स्टॉकिस्ट पुराने माल को निकाल रहे हैं। इसलिए ग्वार की कीमत में अभी कम से कम 50 रुपये प्रति क्विंटल तक की गिरावट हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक अगस्त महीने के मध्य तक ग्वार की बिजाई हो सकती है।
कारोबारियों के इस साल के जून तक ग्वार गम का निर्यात 90 हजार टन किया गया है और आने वाले समय में इसके निर्यात में भी बढ़ोतरी होगी। कारोबारियों का यह भी कहना है कि अभी ग्वार के उत्पादन का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता है।
लेकिन जिस तरीके से राजस्थान व हरियाणा में इसकी बिजाई हुई है उसे देखते हुए इसका उत्पादन 1 करोड़ बोरी तक पहुंच सकता है। ग्वार का उत्पादन हरियाणा के गुड़गांव, भिवानी, हिसार, आदमपुर, सिरसा के अलावा मध्य प्रदेश के ग्वालियर व मुरैना जैसे इलाकों में भी किया जाता है।