शेयर बाजार में बुधवार को कंसॉलिडेशन देखने को मिला और मुनाफावसूली की वजह से निफ्टी और सेंसेक्स करीब 1-1 फीसदी कमजोर पड़ गए।
वीएफएम डायरेक्ट डॉट कॉम के कमलेश लांगोटे के मुताबिक ये कंसॉलिडेशन एक-दो दिन और जारी रह सकता है, संभावना तो यह भी है कि मंगलवार का सारा पुलबैक साफ हो जाए, लेकिन कुल माहौल तेजी का बनता लग रहा है।
निफ्टी वायदा अभी प्रीमियम पर है। अप्रैल के वायदा सौदे 4853.65 पर बंद हुए जबकि स्पॉट 4828.85 पर बंद हुआ। इससे रोलओवर को थोड़ा झटका लगा है। निफ्टी में अप्रैल के कॉन्ट्रैक्ट में रोलओवर 199.9 लाख शेयरों का रहा जबकि पिछले महीने इस दौरान मार्च का रोलओवर 316.4 लाख शेयरों का था।
विदेशी संस्थागत निवेशक अपनी शार्ट पोजीशन खत्म कर रहे हैं जिसकी वजह से रोलओवर में कमी आई है। हालांकि एफएफआई पिछले छह कारोबारी दिनों में 1.24 लाख निफ्टी वायदा सौदों के शुध्द खरीदार रहे हैं लेकिन इस दौरान ओपन इंटरेस्ट में करीब एक लाख सौदों की कमी आ गई है।
इससे साफ है कि इन विदेशी संस्थागत निवेशकों ने अपनी शार्ट पोजीशन को रोलओवर नहीं किया है और शायद वे अपनी अगली चाल के लिए निफ्टी के 5020 के रेसिस्टेंस को तोड़ने का इंतजार कर रहे हैं। पुट ऑप्शंस में सीमित ओपन इंटरेस्ट के रोलओवर होने की वजह से निफ्टी अप्रैल वायदा में पुट कॉल रेशियो 1.27 से घटकर 1.20 पर आ गया है।
4600 के स्ट्राइक प्राइस पर ओपन इंटरेस्ट काफी घटा है जबकि 4800 और 4900 के स्ट्राइक प्राइस पर कॉल ऑप्शंस का ओपन इंटरेस्ट काफी बढ़ा है। इससे निफ्टी के 4600 से नीचे जाने की उम्मीद कम ही लग रही है और इसका रेसिस्टेंस 4800 और 4900 के स्तरों पर देखा जा रहा है।