गाजा में इजरायली सेना के हमलों से एशियाई बाजार में कच्चा तेल सोमवार को 47 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया।
हमास के विरुद्ध हो रही कार्रवाई के चलते पश्चिम एशिया में चरम पर पहुंचे तनाव के चलते इसमें आज 2 फीसदी की तेजी आई। इसके चलते यूएस क्रूड ऑयल के फरवरी अनुबंध की कीमत 86 सेंट बढ़कर 47.20 डॉलर प्रति बैरल तक चली गई।
इससे पहले न्यू यॉर्क मकर्टाइल एक्सचेंज में कारोबार के दौरान कच्चा तेल 48.68 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। मालूम हो कि शुक्रवार को कच्चे तेल में 1.74 फीसदी की तेजी आई थी।
एक विश्लेषक ने बताया कि इस्रराइली सेना के गाजा में प्रवेश करने से पश्चिम एशिया में दीर्घकालीन तनाव की नौबत उत्पन्न हो गई है।
इस चलते कच्चे तेल की कीमतों में तात्कालिक तेजी की गुंजाइश बन रही है। इतना ही नहीं ओपेक की ओर से कच्चा तेल उत्पादन में हुई कटौती के असर पर निवेशकों की गहरी निगाहें हैं।
इस कटौती का असर जल्द ही दिखने का अनुमान है। गौरतलब है कि अक्टूबर से अब तक कच्चे तेल के उत्पादन में 40 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती हो चुकी है।
सिंगापुर के जाने-माने ऊर्जा विश्लेषक विक्टर शुम ने बताया कि उत्पादन में कटौती के असर और दुनिया की अर्थव्यवस्था के हाल पर ही कच्चे तेल की कीमतें तय करेंगी।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून महीने की डिलीवरी में 5.99 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और अनुबंध 2,868 रुपये प्रति बैरल तक पहुंच गया। वहीं अप्रैल अनुबंध में 2.81 फीसदी की तेजी हुई।