भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 में फरवरी तक 2.74 लाख करोड़ रुपये के कृथि जिंसों का निर्यात किया है। यह पिछले साल की समान अवधि में हुए 2.31 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 16.88 प्रतिशत ज्यादा है। कृषि मंत्रालय ने कहा कि महामारी के बावजूद निर्यात बेहतर रहा है।
इसी तरह कृषि और संबंधित जिंसों का आयात भी 3 प्रतिशत बढ़ा है। 2020-21 के अप्रैल-फरवरी के दौरान यह 3 प्रतिशत बढ़कर 1,41,034 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि के दौरान 1,37,014 करोड़ रुपये था।
उल्लिखित अवधि के दौरान कोविड-19 के बावजूद कृषि कारोबार में संतुलन भारत के पक्ष में बढ़कर 1,32,579.69 करोड़ रुपये हो गया, जो इसके पहले की समान अवधि में 93,907.76 करोड़ रुपये था।
कृषि मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘भारत कई वर्षों से कृषि उत्पादों में कारोबारी अधिशेष बरकरार रखे है। यहां तक कि महामारी के कठिन दौर में भी भारत ने वैश्विक खाद्य आपूर्ति शृंखला में व्यवधान पर ध्यान नहीं दिया और लगातार निर्यात जारी रखा है।’ निर्यातित कृ षि जिंसों में गेहूं का निर्यात 3,283 करोड़ रुपये का हुआ है।