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Stock to Buy: गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) कट के बाद लॉजिस्टिक्स सेक्टर के स्मालकैप स्टॉक VRL Logistics को ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने खरीदारी के लिए चुना है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी का फोकस मुनाफे में ग्रोथ हासिल करने को लेकर है और जीएसटी कटौती से इसे बूस्ट मिलेगा। शुक्रवार (12 सितंबर) के कारोबारी सेशन में वीआरएल लॉजिस्टिक्स (VRLL) के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली। इंट्राडे में शेयर 3 फीसदी से ज्यादा उछल गए।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने VRLL पर BUY रेटिंग बरकरार रखी है। साथ ही अपना सकारात्मक रुख बनाए रखते हुए ₹350 का टारगेट प्राइस तय किया है, जो FY27 के EPS के आधार पर 24x वैल्यूएशन पर आधारित है। गुरुवार को यह स्मालकैप शेयर 272 पर बंद हुआ था। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक में करीब 29 फीसदी का अपसाइड देखने को मिल सकता है।
VRLL के स्टॉक्स में BSE पर शुक्रवार को करीब 2 फीसदी की तेजी के साथ 277 पर कारोबार शुरू हुआ। इंट्राडे में स्टॉक ने एकसमय 281 का हाई बनाया। शेयर की परफॉर्मेंस देखें तो बीते एक साल में शेयर चला नहीं है। एक साल में करीब 8 फीसदी निगेटिव रिटर्न रहा है। हालांकि बीते एक हफ्ते में स्टॉक में एक तेजी का मूवमेंट दिखाई दिया है और इस अवधि में 6 फीसदी उछला है।
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि लॉजिस्टिक्स कंपनी VRL Logistics ने हाल ही में अपनाई प्राइसिंग स्ट्रैटेजी और बेहतर संचालन क्षमता की बदौलत मजबूत तिमाही नतीजे दर्ज किए हैं। कंपनी प्रबंधन का कहना है कि आगे भी उसका फोकस प्रॉफिट ग्रोथ पर रहेगा। हाल की जीएसटी कटौती से निकट भविष्य में वॉल्यूम को सहारा मिलेगा।
ब्रोकरेज रिपोर्ट का कहना है, जून 2024 में कंपनी ने 8-10% का प्राइस हाइक लागू किया था। इस कदम का असर पहली तिमाही (Q1FY26) में देखने को मिला, जब कंपनी का वॉल्यूम 13% घटकर 0.93 मिलियन टन रह गया। हालांकि, रियलाइजेशन 17% बढ़कर ₹7,852 प्रति टन तक पहुंच गया। कम वॉल्यूम के बावजूद, कंपनी का EBITDA 74% बढ़कर ₹1,500 करोड़ पर पहुंच गया और मार्जिन 20.4% रहा। यह सुधार बेहतर रियलाइजेशन, कम ईंधन लागत, घटे लोरी हायर चार्जेज और रिफाइनरी से बढ़े सोर्सिंग (41.5% बनाम पिछले साल 33%) के चलते संभव हुआ।
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कंपनी प्रबंधन ने साफ किया है कि फिलहाल आगे कोई प्राइसिंग एक्शन नहीं होगा जब तक लागत संरचना में बड़ा बदलाव न आए। FY26 में वॉल्यूम वृद्धि स्थिर रहने का अनुमान है, लेकिन FY27 में 7-8% ग्रोथ की उम्मीद है। इसके साथ ही कंपनी के बोर्ड ने अगस्त 2025 से कर्मचारियों के लिए वेतन संशोधन की मंजूरी दी है। इससे कुल मुनाफे पर राजस्व का करीब 2-3% असर पड़ सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पहली तिमाही में VRLL ने ₹150 करोड़ का कैपेक्स किया, जो खासतौर से गाड़ियां खरीदने पर केंद्रित रहा। इस दौरान कंपनी के फ्लीट का आकार 6,127 वाहनों से घटकर 5,949 वाहन रह गया। इसका मतलब है कि कंपनी अब हाई-मेंटेनेंस वाहनों को हटाकर बेहतर एसेट यूटिलाइजेशन पर जोर दे रही है। ब्रांच विस्तार के मोर्चे पर कंपनी ने फिलहाल धीमी गति दिखाई है। पहले 80-100 नई शाखाएं खोलने का लक्ष्य था, लेकिन FY26 में वास्तविक संख्या इससे कम रहने की संभावना है।
कंपनी ने कहा कि हालिया जीएसटी कटौती से वॉल्यूम में कुछ सुधार देखने को मिल सकता है। अनुमान है कि FY25-27 के दौरान VRLL का वॉल्यूम स्थिर रहेगा जबकि राजस्व/EBITDA/PAT क्रमशः 6%/10%/19% CAGR से बढ़ेगा।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)