Budget 2025 Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने संसद के बजट सत्र शुरू होने से पहले कहा कि देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि वे गरीबों और मध्यम वर्ग पर कृपा बरसाएं। उन्होंने कहा, ”मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यह बजट सत्र ‘विकसित भारत’ के हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने में नया आत्मविश्वास, ऊर्जा का संचार करेगा।” शुक्रवार (31 जनवरी) से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। पहले दिन दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सदन में इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र की शुरुआत से पहले मां लक्ष्मी को नमन किया। उन्होंने कहा, ”मैं देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि वे गरीबों और मध्यम वर्ग पर कृपा बरसाएं।” उन्होंने धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी से देश की उन्नति और विकास का आशीर्वाद मांगा है।
पीएम मोदी ने अपने संसद परिसर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए देश के आर्थिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद जताई। इस मौके पर उन्होंने सभी सांसदों से सार्थक चर्चा और जनहित में फैसले लेने का आह्वान किया।
Speaking at the start of the Budget Session of Parliament. https://t.co/IC4Sk4Ppub
— Narendra Modi (@narendramodi) January 31, 2025
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देने के लिए इनोवेशन, समावेशन, निवेश हमारे रोडमैप का आधार। उन्होंने कहा, ”मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यह बजट सत्र ‘विकसित भारत’ के हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने में नया आत्मविश्वास, ऊर्जा का संचार करेगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिफॉर्म, परफ़ॉर्म और ट्रांस्फॉर्म का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि जब विकास की तेज गति हासिल करनी होती है, तो सबसे ज्यादा जोर रिफॉर्म पर होता है। राज्य और केंद्र सरकारों को मिलकर परफ़ॉर्म करना होता है और लोगों की भागीदारी से हम ट्रांस्फॉर्मेशन देख सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमारे गणतंत्र ने 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह देश के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत गर्व की बात है…इस देश के लोगों ने मुझे तीसरी बार ये जिम्मेदारी दी है और ये इस तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है। मैं विश्वास से कह सकता हूं कि 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे, विकसित भारत का जो संकल्प इस देश ने लिया है उस दिशा में यह बजट सत्र, यह बजट एक नया विश्वास पैदा करेगा, नई ऊर्जा देगा कि देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा तब विकसित होकर रहेगा। 140 करोड़ देशवासी अपने सामूहिक प्रयासों से इस संकल्प को पूरा करेंगे।”