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लालकिले के धमाके का असर! विदेशियों की बुकिंग पर दबाव, लेकिन उद्योग बोले– असर होगा सिर्फ कुछ दिनों का

अमेरिका और ब्रिटेन के ट्रैवल एडवाइजरी से लंबी दूरी की यात्रा प्रभावित, लेकिन होटल ऑक्यूपेंसी और घरेलू पर्यटन पर बड़ा असर नहीं

Last Updated- November 13, 2025 | 9:50 AM IST
Tourism Sector

दिल्ली में सोमवार को लाल किले के समीप हुए विस्फोट के बाद देश के यात्रा एवं पर्यटन क्षेत्र पर तत्काल प्रभाव दिख सकता है। मगर जानकारों का कहना है कि इसका असर थोड़े समय के लिए रहेगा क्योंकि पीक सीजन शुरू होने के साथ ही अमेरिका और ब्रिटेन ने सावधानी बरतने के लिए यात्रा परामर्श जारी किए हैं।

उद्योग के आंतरिक सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा चिंताओं के कारण यात्रा को रद्द या स्थगित की जा सकती है। इसका सीधा असर भारत के यात्रा एवं पर्यटन बाजार पर पड़ेगा क्योंकि सालाना पीक सीजन अभी शुरू ही होने जा रहा है। मगर मध्यावधि अथवा दीर्घावधि में इसका असर नहीं रहेगा।

इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ) के अध्यक्ष रवि गोसाईं ने कहा, ‘अमेरिका, ब्रिटेन और पश्चिमी यूरोप जैसे लंबी दूरी के बाजारों के पर्यटक ऐसी खबरों के प्रति विशेष संवेदनशील होते हैं। इसलिए वे अपनी यात्राओं रद्द अथवा स्थगित कर सकते हैं।’

लालकिले के समीप चलती कार में हुए विस्फोट में सोमवार को 13 लोग मारे गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए थे। नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने के लिए आगाह किया है। मंगलवार को जारी परामर्श में कहा गया है, ‘फिलहाल विस्फोट का कारण का खुलासा नहीं हो पाया है लेकिन भारत सरकार ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों को हाई अलर्ट पर रखा है।’

ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने भी ब्रिटिश नागरिकों को भारत-पाकिस्तान सीमा से 10 किलोमीटर के दायरे वाले इलाकों यात्रा न करने के लिए आगाह किया है। परामर्श में यात्रियों को जम्मू शहर को छोड़कर जम्मू-कश्मीर की यात्रा से बचने के लिए भी कहा गया है क्योंकि वहां सुरक्षा संबंधी चिंताएं बनी हुई हैं। ब्रिटेन और अमेरिका पारंपरिक तौर पर अनिवासी भारतीयों के बड़े बाजार हैं। इसलिए पीक सीजन के दौरान बड़ी तादाद में विदेशी पर्यटक भारत यात्रा पर आते हैं।

सरोवर होटल्स की बुकिंग में भी मामूली कमी दर्ज की गई है। उसके प्रवक्ता ने कहा, ‘दिल्ली में हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कारोबार के लिहाज से देखा जाए तो बुकिंग में थोड़ी नरमी दिखी है। ऐसा खास तौर पर लंबी दूरी से आने वाले पर्यटकों के मामले में दिख रहा है क्योंकि वे सुरक्षा परामर्श के प्रति काफी संवेदनशील होते हैं।’

लक्जरी विला किराये पर देने वाली फर्म स्टेविस्टा का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में उच्च ऑक्यूपेंसी यानी बुकिंग का उच्च स्तर बरकरार है। स्टेविस्टा के सह-संस्थापक अमित दमाणी ने कहा, ‘हमारी ऑक्यूपेंसी 90 फीसदी से ऊपर बनी हुई है जो लगातार सामान्य स्थिति का संकेत है। हमारी कोई भी बुकिंग रद्द भी नहीं हुई है। उम्मीद है कि सोमवार की घटना को महज एक बार की घटना के रूप में देखा जाएगा और मध्यावधि अथवा लंबी अवधि की यात्रा पर उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।’

दमाणी ने कहा, ‘घरेलू यात्रा बाजार तेजी से पटरी पर वापस आ जाता है जैसा कि हमने अतीत में भी देखा है। दिल्ली एक गंतव्य और ट्रांजिट हब दोनों लिहाज से महत्त्वपूर्ण है। ऐसे में अगर कोई प्रभाव दिखेगा तो वह थोड़े समय के लिए होगा।’ उद्योग के कुछ अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि समग्र यात्रा धारणा पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।

फेडरेशन ऑफ एसोसिएशंस इन इंडियन टूरिज्म ऐंड हॉस्पिटैलिटी (फेथ) के महासचिव राजीव मेहरा ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘यह घटना हम सब को झकझोर देती है और सामान्य परिदृश्य को प्रभावित करती है। मगर मैं समझता हूं कि इसे केवल एक घटना के रूप में देखा जाएगा। विदेशी पर्यटकों के आगमन पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं होना चाहिए क्योंकि यात्रा की अधिकतर योजनाएं पहले से बनी होती हैं और वे अपने कार्यक्रम के अनुसार चल रही हैं।’

मेहरा ने कहा, ‘यह घटना सुरक्षा उपायों को चाक-चौबंद करने और ऐसे उपाय करने की आवश्यकता पर जोर देती है जिससे इस तरह की घटना को दोबारा न होने पाए। हमें इस साल बड़ी तादाद में विदेशी पर्यटकों के आने की उम्मीद है।’ उद्योग के प्रतिनिधियों का कहना है कि कड़े सुरक्षा उपाय और त्वरित कार्रवाई समय की आवश्यकता बन गई है।

सरोवर के प्रवक्ता ने कहा, ‘सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि पर्यटकों के बीच भरोसे को मजबूत किया जाए। इसके लिए सुरक्षा उपायों, प्रचार-प्रसार और आतिथ्य सेवा एवं पर्यटन निकायों के बीच बेहतर समन्वय पर ध्यान देना चाहिए।’ आईएटीओ के गोसाईं ने कहा कि अगर आगे ऐसी कोई घटना नहीं होती है और सुरक्षा संचार दमदार बना रहता है तो पर्यटकों के आने की धारणा कुछ ही महीनों में ठीक हो जाएगी।

First Published - November 13, 2025 | 9:50 AM IST

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