Budget 2025 ने मिडिल क्लास को टैक्स छूट का तोहफा दिया है तो वहीं घरेलू उत्पादन और खपत को नई रफ्तार देने की योजना भी पेश की है। जानकारों का कहना है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार फ्रंट फुट पर खेलते हुए बड़े फैसले लिए हैं, जिनसे आने वाले महीनों में खपत और निवेश में तेजी आएगी।
12 लाख तक टैक्स फ्री: मिडिल क्लास की जेब में ज्यादा पैसा
सबसे बड़ा तोहफा मिडिल क्लास को मिला है। अब 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा, जबकि पहले यह सीमा 7 लाख रुपये थी। यह बदलाव लोगों की बचत को बढ़ाकर खर्च करने की क्षमता में इजाफा करेगा, जिसका सीधा असर FMCG और ऑटो सेक्टर पर देखने को मिलेगा।
घरेलू उत्पादन को मिलेगी चीन पर बढ़त
अल्फानिटी फिनटेक के डायरेक्टर यू आर भट्ट का कहना है कि बजट में इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने और फुटवियर जैसे क्षेत्रों पर फोकस करना एक मास्टर स्ट्रोक है। ये वही सेक्टर हैं, जिनमें चीन अमेरिका को भारी मात्रा में सामान निर्यात करता है। अगर अमेरिका ने चीन पर सख्त टैरिफ लगाए, तो भारत के पास इन क्षेत्रों में निर्यात बढ़ाने और बाजार पर कब्जा करने का बेहतरीन मौका होगा।
‘मेड इन इंडिया’ खिलौनों से बदलेगी तस्वीर
सरकार ने भारत को खिलौनों के ग्लोबल हब के रूप में विकसित करने का फैसला किया है। इसके तहत क्लस्टर डेवेलपमेंट, स्किल ट्रेनिंग और हाई क्वालिटी वाले खिलौनों के उत्पादन पर जोर दिया जाएगा। भारत से इनोवेटिव और टिकाऊ खिलौनों का निर्यात बढ़ेगा, जिससे ‘मेड इन इंडिया’ ब्रांड को ग्लोबल पहचान मिलेगी।
फुटवियर और लेदर सेक्टर को नई रफ्तार
फुटवियर और लेदर कंपनियों को भी इस बजट में बड़ा फायदा मिला है। सरकार ने डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और कंपोनेंट सपोर्ट के लिए एक फोकस प्रोडक्ट स्कीम शुरू करने की योजना बनाई है। इसका फायदा लेदर और नॉन-लेदर फुटवियर के उत्पादन में होगा, जिससे निर्यात और मुनाफा दोनों बढ़ेगा।
शेयर बाजार में मची हलचल: मिर्जा इंटरनेशनल 20% ऊपर
बजट की घोषणाओं का सीधा असर शेयर बाजार पर दिखा। रिलैक्सो फुटवियर, लिबर्टी शूज और कैंपस एक्टिववियर के शेयरों में 9% तक की तेजी आई। लेदर सेक्टर में मिर्जा इंटरनेशनल के शेयरों में 20% की बढ़त देखी गई। हरियाणा लेदर केमिकल्स और सुपर टैनरी भी अन्य बड़े गेनर रहे।
टैक्स छूट और पूंजीगत खर्च में बैलेंस
कोटक महिंद्रा एएमसी के निलेश शाह ने इस बजट को तीन बड़ी जरूरतों को पूरा करने वाला बजट बताया। उन्होंने कहा कि वित्तीय घाटे को कम करने, मिडिल क्लास को टैक्स छूट देने और पूंजीगत खर्च बढ़ाने के साथ सरकार ने सही दिशा में कदम उठाया है।