आज से संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ आज से बजट सत्र शुरू हुआ। राष्ट्रपति ने संसद के सेंट्रल हाल में दोनों सदनों के सांसदों को संबोधित कर रही हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि देश में अमृतकाल का 25 वर्ष का कालखंड, स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है और हमें 2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और जिसमें आधुनिकता का हर स्वर्णिम अध्याय हो।
INS विक्रांत के रूप में पहला स्वदेशी एयरक्राफ़्ट सेना में शामिल: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अभिभाषण में कहा, ‘सरकार की नई पहल के परिणामस्वरूप हमारा रक्षा निर्यात छह गुना हो गया है। मुझे गर्व है कि हमारी सेना में आज INS विक्रांत के रूप में पहला स्वदेशी एयरक्राफ़्ट कैरियर भी शामिल हुआ है। मेड इन इंडिया अभियान और आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का लाभ देश को मिलना शुरु हो चुका है।’
इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में सरकार ने किया विकास: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अभिभाषण में कहा, ‘आज एक तरफ देश में अयोध्या धाम का निर्माण हो रहा है, तो दूसरी तरफ आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है। एक तरफ हमने केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल महालोक का निर्माण किया, तो वहीं हर ज़िले में हमारी सरकार मेडिकल कॉलेज भी बनवा रही है।’
महिला सशक्तिकरण पर सरकार का जोर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा,देश की सभी प्रमुख योजनाओं में महिलाओं सशक्तिकरण को ध्यान में रखा गया है। आज हम ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना की सफलता देख रहे हैं। पहली बार देश में महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है और उनका स्वास्थ भी बेहतर हुआ है।यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी कार्यक्षेत्र में महिलाओं के लिए कोई बंदिश न हो।’
आतंकवाद सबसे बड़ी चुनौती: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ‘नॉर्थ ईस्ट और हमारे सीमावर्ती क्षेत्र, विकास की एक नई गति का अनुभव कर रहे हैं। नार्थ ईस्ट और जम्मू कश्मीर में तो दुर्गम परिस्थितियों के साथ-साथ अशांति और आतंकवाद भी विकास के सामने बहुत बड़ी चुनौती थी। सरकार ने स्थाई शांति के लिए अनेक सफल कदम उठाए हैं।’
कोरोना के समय में सरकार का प्रदर्शन उल्लेखनीय: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ‘हम सबने देखा है कि कोरोना के समय दुनिया भर में किस तरह से गरीबों के लिए जीवन मुश्किल हो गया था। लेकिन भारत उन देशों में रहा है जिसने देश के गरीबों को इस समय प्राथमिकता में रखा और यह सुनिश्चित किया कि कोई भी गरीब भूखे पेट न सोए।’
गरीबों की हितैषी है सरकार: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा,’सरकार ने PM गरीब कल्याण अन्न योजना को नई परिस्थितियों के अनुसार आगे चलाने का निर्णय लिया है। यह संवेदनशील और गरीब-हितैषी सरकार की पहचान है। सरकार ने सदियों से वंचित रहे गरीब, दलित, पिछड़े,आदिवासी समाज की इच्छाओं को पूरा कर उन्हें सपने देखने का साहस दिया है।’
गरीबी से लड़ने के लिए सरकार ने दिए 27 लाख करोड़: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘पूरी पारदर्शिता के साथ, सरकार ने 27 लाख करोड़ रुपये भारत की जनता को मुहैया कराए। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट बताती है कि इस स्कीम और सरकार की व्यवस्था से भारत ने करोड़ों लोगों को गरीबी में जाने से बचा लिया।’
आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा,’आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है, उनके 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होने से बचाए हैं। 7 दशकों में देश में करीब सवा तीन करोड़ घरों तक पानी का कनेक्शन पहुंचा था। जल जीवन मिशन के तहत 3 साल में करीब 11 करोड़ परिवार पाइप के जल से जुड़े हैं।’
छोटे किसान सरकार की प्राथमिकता: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
छोटे किसानों को दिया गया सवा दो लाख करोड़ की आर्थिक मदद। लाभार्थियों में बड़ी संख्या में महिलाएं।
अमृतकाल देश के लिए अहमः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ‘कि अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड, स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का, और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं।’
सरकार ने उठाए निर्णायक कदम: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा, ‘सर्जिकल स्ट्राइक से धारा 370 हटाने तक, मेरी सरकार की पहचान निर्णायक सरकार की रही है।’
आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा, ‘2047 तक हमें एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है, जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और जिसमें आधुनिकता के सभी स्वर्णिम अध्याय हों। हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जो ‘आत्मनिर्भर’ हो और अपने मानवीय कर्तव्यों को पूरा करने में सक्षम हो।
बढ़ा भारतीयों का आत्मविश्वास: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सरकार ने करीब नौ सालों में कई सकारात्मक परिवर्तन किए हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदला है।
राष्ट्रपति ने जताया देशवासियों का आभार
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं आज इस सत्र के माध्यम से, देशवासियों का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने लगातार दो बार, एक स्थिर सरकार को चुना है। मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई’
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बता दें, बजट सत्र 31 जनवरी से 6 अप्रैल तक चलेगा। 66 दिनों के इस सत्र में इस दौरान कुल 27 बैठकें होंगी। सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 14 फरवरी तक होगा।
राष्ट्रपति मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपना पहला अभिभाषण दिया। सत्र के दौरान सरकार की नजर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और वित्त वर्ष 2023-24 के आम बजट आदि पर सुचारू रूप से चर्चा कराने पर रहेगी।
वहीं विपक्षी दलों ने अदाणी ग्रुप को लेकर आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के साथ, कुछ राज्यों में राज्यपालों के कामकाज, जाति आधारित गणना, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने के स्पष्ट संकेत दिए हैं।