कार बनाने वाली जापान की कंपनी निसान मोटर ने कहा है कि उसने अपने नए कॉम्पैक्ट स्पोट्र्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) मैग्नाइट की मांग को पूरा करने के लिए चेन्नई के समीप संयंत्र में तीसरी पारी में भी उत्पादन शुरू कर दिया है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह भारत में निसान और डैटसन ब्रांड के तहत अपनी कारों की बिक्री जारी रखेगी।
निसान मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि अब तक 32,800 से अधिक निसान मैग्नाइट की बुकिंग हो चुकी है और करीब 1,80,000 लोगों ने इसके लिए पूछताछ की है। कंपनी ने करीब एक महीना पहले 2 दिसंबर, 2020 को इसे लॉन्च किया था। इसके लिए पूछताछ को बिक्री में बदलने की दर भी करीब 17.8 फीसदी पर उद्योग में सबसे अच्छी है। आमतौर पर किसी नए मॉडल के लिए यह दर औसतन 3 से 5 फीसदी के दायरे में होती है।
मैग्नाइट की डिलिवरी अवधि को घटाकर 2 से 3 महीने तक करने के लिए संयंत्र की उत्पादन क्षमता में विस्तार किया जा रहा है। इसी क्रम में तीसरी पारी में उत्पादन शुरू किया गया है और इसके लिए करीब 1,000 कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। इसके अलावा ग्राहकों के अनुरोध पर गौर करने के लिए डीलरशिप पर अधिक कर्मयारियों को नियुक्त किया जा रहा है। श्रीवास्तव ने कहा कि यह निर्णय सभी वेरिएंट के लिए प्रतीक्षा अवधि को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है ताकि अधिक से अधिक ग्राहकों को जल्द से जल्द नई मैग्नाइट की डिलिवरी की जा सके। कंपनी इंडोनेशिया और दक्षिण अफ्रीका के बाजारों में कार निर्यात करने की भी संभावनाएं तलाश रही है।
कंपनी की कारों का उत्पादन चेन्नई के समीप ओरैगडम में किया जाता है जहां उसने फ्रांस की कार कंपनी रेनो के साथ मिलकर संयंत्र की स्थापना की है। इस संयंत्र की उत्पादन क्षमता सालाना 4 लाख से अधिक कारों की है। कंपनी ने नए मॉडल के लिए अपनी क्षमता उपयोगिता और बिक्री लक्ष्य के बारे में कोई भी जानकारी साझा करने से इनकार किया।
श्रीवास्तव ने कहा, ‘मैग्नाइट के लिए हमारी प्राथमिकता भारतीय बाजार होगी। जिन दो देशों को इस मॉडल का निर्यात किया जाएगा उनमें इंडोनेशिया और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।’ मैग्नाइट निसान की चार मीटर के दायरे वाली पहली एसयूवी है। बाजार में यह किया मोटर के सोनेट, हुंडई मोटर के वेन्यू एवं अन्य मॉडलों को टक्कर देगी।
श्रीवास्तव ने कहा कि निसान मोटर भारत में दो ब्रांडों निसान और डैटसन के तहत अपनी कारों की बिक्री जारी रखेगी। गौरतलब है कि डैटसन की भारतीय बिक्री में फिलहाल लगभग 90 फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी ने लगभग मैग्नाइट के सभी वेरिएंट के लिए कीमतें फिलहाल अपरिवर्तित रखी हैं और केवल बुनियादी वेरिएंट की कीमत बढ़ाई गई है। अब प्रवेश स्तर के निसान मैग्नाइट एक्सई की संशोधित कीमत 5.49 लाख रुपये (सभी कीमतें एक्स-शोरूम, दिल्ली) हो गई है।
फिलहाल भारत में निसान के 123 बिक्री आउटलेट हैं जिनमें से 20 को मैग्नाइट के लॉन्च से ठीक पहले शुरू किया गया था। भारत मैग्नाइट का वैश्विक उत्पादन केंद्र है और निसान ने इसे इंडोनेशिया में पहले ही लॉन्च कर दिया है। इसका निर्यात नेपाल, थाईलैंड और दक्षिण अफ्रीका में किया जाता है।
