Market This Week: भारतीय शेयर बाजारों में शुक्रवार (12 दिसंबर) को तेजी देखने को मिली और पिछले सेशन में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले के चलते आई रिकवरी को आगे बढ़ाते हुए बढ़त के साथ बंद हुए। बाजार में हफ्ते के अंतिम दो ट्रेडिंग सेशन में मजबूती से बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 और सेंसेक्स में साप्ताहिक गिरावट पर कुछ हद तक लगाम लगी।
बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 शुक्रवार को 0.57 फीसदी की बढ़त के साथ 26,046.95 पर बंद हुआ। जबकि बीएसई सेंसेक्स 0.53 फीसदी चढ़कर 85,267.66 पर पहुंच गया। गुरुवार को दोनों इंडेक्स में करीब 0.5 फीसदी की तेजी आई थी। हालांकि, रिकॉर्ड ऊंचाइयों के आसपास शुरुआती तीन कारोबारी सत्रों में निवेशकों की तरफ से मुनाफावसूली किए जाने के कारण सूचकांकों ने साप्ताहिक आधार (8 दिसंबर से 12 दिसंबर) पर 0.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
1. मेटल शेयरों ने शुक्रवार को बढ़त का नेतृत्व किया और इनमें 2.6 फीसदी तक की तेजी दर्ज की गई। चीन की तरफ से 2026 के लिए राजकोषीय प्रोत्साहन देने की प्रतिबद्धता और अमेरिकी फेड के ब्याज दरों में कटौती के बाद मांग को लेकर आशावाद बढ़ा। बुधवार को फेड की 25 आधार अंकों की दर कटौती उम्मीद के अनुसार नरम रुख के साथ आई।
2. भारत-अमेरिका व्यापार वार्ताओं को लेकर अनिश्चितता और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने जोखिम लेने की धारणा को कमजोर किया और रुपये को डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ बातचीत की, जिसमें भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी में हुई प्रगति पर विशेष रूप से चर्चा हुई।
इस सप्ताह के दौरान 16 में से 11 प्रमुख सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई। ब्रोडर मार्केट में स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स क्रमशः 0.7 फीसदी और 0.5 फीसदी टूटे।
शेयरों के मोर्चे पर हजारों उड़ानों के रद्द होने के बाद नियामकीय जांच के दबाव में इंडिगो का शेयर 9.5 फीसदी लुढ़क गया और यह इस सप्ताह निफ्टी का सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला शेयर रहा। वहीं, टाटा स्टील ने आयरन ओर पेलेट निर्माता थ्रिवेणी पेलेट्स के अधिग्रहण के बाद 2.9 फीसदी की तेजी के साथ पांच हफ्तों से जारी गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया।
बैंकरों और विश्लेषकों का मानना है कि निकट अवधि में मुद्रा में धीरे-धीरे कमजोरी जारी रह सकती है। हालांकि केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप से उतार-चढ़ाव पर काबू बना रहेगा। रुपये ने सप्ताह का अंत डॉलर के मुकाबले 90.4150 पर किया, जो साप्ताहिक आधार पर 0.5 फीसदी की गिरावट दर्शाता है। कारोबार की शुरुआत में रुपया 90.55 तक कमजोर हुआ था, लेकिन केंद्रीय बैंक के समर्थन के बाद यह स्तर टूटने से बच गया।
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बाजार में गिरावट की वजह से इस हफ्ते निवेशकों को नुकसान झेलना पड़ा। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार (12 दिसंबर) को घटकर 4,70,29,229 करोड़ रुपये रह गया। पिछले शुक्रवार (5 दिसंबर) को यह 47,171,042.81 करोड़ रुपये था। इस तरह, निवेशकों की वेल्थ इस हफ्ते 1,41,813.47 करोड़ रुपये घट गई।