फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के आंकड़ों के अनुसार जनवरी में यात्री वाहनों की बिक्री में लगभग 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पिछले महीने 22.9 लाख वाहन बेचे गए जबकि जनवरी 2024 में 21.5 लाख वाहन बेचे गए थे। दिसंबर 2024 की बिक्री के मुकाबले इसमें 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सभी श्रेणियों ने साल की अच्छी शुरुआत की। दोपहिया, तिपहिया, ट्रैक्टर और वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में क्रमशः 4 प्रतिशत, 6.8 प्रतिशत, 5 प्रतिशत और 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
फाडा के अध्यक्ष सीएस विघ्नेश्वर ने कहा, ‘इस महीने के दौरान बिक्री में वृद्धि आंशिक रूप से दिसंबर में कुछ बिक्री टलने के कारण हुई। लिहाजा, उस महीने में गिरावट आई।’
जनवरी में यात्री वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 15.53 प्रतिशत और दिसंबर की तुलना में 58.77 प्रतिशत (दिसंबर की कुछ खरीद जनवरी में दर्ज की गई थी, ताकि ‘साल 2025 के मॉडल’ का फायदा मिल सके) की वृद्धि हुई। बाजार की अग्रणी कंपनी मारुति सुजूकी इंडिया ने जनवरी के दौरान बिक्री में 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए वाहनों की खुदरा बिक्री में इस इजाफे की अगुआई की। ह्युंडै मोटर इंडिया में 13 प्रतिशत और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि टाटा मोटर्स में 0.4 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई।
विघ्नेश्वर ने कहा, ‘शहरी बाजार 60.8 प्रतिशत से बढ़कर 61.8 प्रतिशत हो गया। लेकिन वास्तव में ग्रामीण क्षेत्र में सालाना आधार पर 18.57 प्रतिशत की ज्यादा वृद्धि दर्ज की गई है जबकि शहरी क्षेत्र में यह 13.72 प्रतिशत रही। कई डीलरों ने मांग में सुधार देखा। लेकिन पिछले साल की भारी छूट की ओर भी इशारा किया जिससे पुराने मॉडलों को बेचने और पंजीकरण स्थानांतरित करने में मदद मिली। वाहनों के बिना बिके स्टॉक में सुधार हुआ है और यह लगभग पांच दिन घटकर 50 से 55 दिन का रह गया है जो आपूर्ति-मांग संतुलन में सुधार का संकेत है।’
जनवरी में दोपहिया वाहनों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 4.15 प्रतिशत और दिसंबर की तुलना में 27.39 प्रतिशत बढ़ी। जनवरी में दोपहिया वाहनों की बिक्री में शहरी बाजारों की हिस्सेदारी 43.7 प्रतिशत रही जो दिसंबर में 41.6 प्रतिशत थी। शहरी बिक्री पिछले साल की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों से आगे रही और इसमें 4.54 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई।
डीलरों ने कहा कि नए मॉडलों की शुरुआत, शादी-विवाह के सीजन की मांग और बेहतर वित्तीय सहायता ने दोपहिया वाहनों को मदद की। हालांकि फाडा के अनुसार ब्याज दरों, ग्रामीण इलाकों में नकदी की चुनौतियों और बाजार की अनिश्चितता के संबंध में चिंताएं अब भी बरकरार हैं।
जनवरी में वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 8.22 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है और इसमें दिसंबर के मुकाबले 38.04 प्रतिशत की उछाल आई। इस दौरान शहरी बाजार की हिस्सेदारी सालाना आधार पर 50.1 प्रतिशत से सुधरकर 51.2 प्रतिशत हो गई तथा ग्रामीण वृद्धि से आगे निकल गई।