ज्यादा जोखिम ले सकते हैं तो ही चुनें क्रेडिट रिस्क फंड
पिछले एक साल के दौरान क्रेडिट रिस्क फंडों (नियमित योजना) ने अपनी श्रेणी में 7.45 फीसदी का औसत रिटर्न दिया है। क्रेडिट रिस्क फंडों को अपनी परिसंपत्तियों का कम से कम 65 फीसदी हिस्सा सर्वाधिक रेटिंग वाले कॉरपोरेट बॉन्डों में आवंटित करना आवश्यक है। लेकिन इनके फंड मैनेजर अक्सर अतिरिक्त रिटर्न की तलाश में क्रेडिट गुणवत्ता को लेकर […]
क्रेडिट रिस्क फंड चुनने से पहले पोर्टफोलियो देखें
पिछले एक साल के दौरान क्रेडिट रिस्क फंड (नियमित योजना) ने अपनी श्रेणी में 7.45 फीसदी का औसत रिटर्न दिया है। इन फंडों को अपनी परिसंपत्तियों का कम से कम 65 फीसदी हिस्सा सबसे अधिक रेटिंग वाले कॉरपोरेट बॉन्ड में आवंटित करना आवश्यक है। उनके फंड मैनेजर अक्सर अतिरिक्त रिटर्न की तलाश में क्रेडिट गुणवत्ता […]
डेट फंड में लंबे समय के लिए निवेश किया है तो धीरज धरें
इस साल11 मार्च को 7.01 फीसदी तक लुढ़कने के बाद 10 साल के सरकारी बॉन्ड की यील्ड 16 अप्रैल को बढ़कर 7.19 फीसदी हो गई। जिन निवेशकों ने मार्क-टु-मार्केट (एमटीएम) लाभ की उम्मीद में लंबी अवधि के फंडों पर दांव लगाया है वे आज काफी चिंतित हैं। 10 साल के सरकारी बॉन्डों की यील्ड वैश्विक […]
Stock Market: जोखिम उठाएं, चुनें ऐक्टिव मिडकैप-स्मॉलकैप फंड
एसऐंडपी डाओ जोन्स कैप सूचकांक ने हाल ही में दिसंबर में खत्म कैलेंडर वर्ष 2023 के लिए एसऐंडपी सूचकांक बनाम ऐक्टिव फंड (SPIVA) भारत का स्कोरकार्ड जारी किया है। पांच साल के लिहाज से 85.7 फीसदी लार्जकैप फंड अपने बेंचमार्क को मात देने में विफल रहे। लेकिन मिड और स्मॉलकैप श्रेणी में संख्या 58.1 फीसदी […]
REIT: लोगों को काफी आकर्षित कर रहे रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स
हाल में रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (रीट्स) लोगों को काफी आकर्षित कर रहे हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने निवेशकों से इस परिसंपत्ति वर्ग (इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट या इनविट्स के साथ) को सकारात्मक रूप से देखने का आग्रह किया है। इस बीच, इंडियन रीट्स एसोसिएशन ने सेबी से […]
आश्रित और जिम्मेदारी बढ़े तो टर्म बीमा में इजाफा करें
आजकल कई लोग अपने निवेश पोर्टफोलियो का जायजा साल में एक बार जरूर लेते हैं मगर बीमा पॉलिसियों और उनकी कवरेज पर इस तरह की नजर बहुत कम लोग रखते हैं। हकीकत में ऐसी लापरवाही काफी भारी पड़ सकती है। खास तौर पर दो बातों पर तो नजर जरूर रखनी चाहि। सबसे पहले यह देख […]
Long-duration funds: न्यूनतम 6 महीने और अधिकतम 10 साल के लिए लगाएं रकम
Long-duration funds: पिछले एक साल में लंबी अवधि के फंडों ने अन्य सभी डेट फंड श्रेणियों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए औसतन 9.8 फीसदी रिटर्न दिया है। जाहिर है कि निवेशक इन फंडों में रकम लगाना चाहेंगे मगर इनसे जुड़ा जोखिम समझकर उचित अवधि के लिए निवेश करना ही सही होगा। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय […]
Gold Investment: धीरे-धीरे खरीदें सोना और सात साल के लिए लगाएं पैसा
सोने का भाव इस महीने की शुरुआत में नया रिकॉर्ड बना गया, जब 3 अप्रैल को प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 69,200 रुपये पर पहुंच गई। इस कीमती धातु की कीमत में पिछले एक साल में करीब 18 फीसदी की वृद्धि हुई है। अगले कुछ महीनों तक सोने में उतारचढ़ाव रह सकता है मगर […]
वैल्यू फंडों में तेज उछाल के बाद पोर्टफोलियो में बनाएं संतुलन
पिछले एक वर्ष के दौरान वैल्यू फंडों ने निवेशकों को 46.8 फीसदी के औसत प्रतिफल (रिटर्न) से नवाजा है। प्रतिफल के मामले में इन फंडों ने डायवर्सिफाइड इक्विटी श्रेणी को पीछे छोड़ दिया है। हांलांकि वैल्यू फंड मिडकैप और स्मॉलकैप को टक्कर नहीं दे पाए हैं। इन फंडों के ताबड़तोड़ प्रदर्शन के बाद निवेशकों को […]
आपके लिए स्ट्रेस टेस्ट के क्या हैं मायने? आसान भाषा में समझिए एक्सपर्ट्स से…
म्युचुअल फंड हाउस द्वारा अपने मिडकैप और स्मॉलकैप फंडों में किए गए स्ट्रेस टेस्ट के नतीजे बताते हैं कि स्मॉलकैप में नकदी जोखिम अधिक है। अपने नतीजे घोषित करने वाले अधिकतर मिडकैप फंड तीन दिन के भीतर अपने पोर्टफोलियो की 25 फीसदी नकदी बाहर करने में सक्षम होंगे, लेकिन करीब आधे ही स्मॉलकैप फंड ऐसा […]