बेरोजगार युवा और हमारी शिक्षा पद्धति
कुछ बेरोजगारी स्वाभाविक होती है। युवाओं में स्वाभाविक बेरोजगारी दर कुल स्वाभाविक दर से अधिक हो सकती है। परंतु, भारत में वास्तविक आंकड़े चौंका देने वाले हैं। स्नातक उत्तीर्ण युवाओं में एक तिहाई से थोड़े कम बेरोजगार हैं और माध्यमिक या उच्च माध्यमिक उत्तीर्ण युवाओं में पांच में एक बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। […]
कैसे रोकी जा सकती है येन में गिरावट?
येन (Yen की विनिमय दर में गिरावट आई है और वह 160 येन प्रति डॉलर के सन 1990 के स्तर तक फिसल गया है। ऐसा क्यों हुआ? भविष्य में यदि ऐसी स्थिति बनती है तो नीतिगत हल क्या हो सकते हैं? बैंक ऑफ जापान ने अपनी शून्य ब्याज दर नीति को त्याग दिया है लेकिन […]
नीतियों में सुधार से ही तैयार होंगे रोजगार
डेविड कैरेडाइन ने ठीक ही कहा है, ‘एक विकल्प होता है। एक तीसरा तरीका भी होता है और यह अन्य दो तरीकों का मिला-जुला रूप नहीं होता है। यह बिल्कुल अलग होता है।’ भारत सरकार आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के लिए सक्रियता से स्टार्टअप को बढ़ावा दे रही है और बुनियादी ढांचे पर भारी […]
सुरक्षा मानकों की लागत और लाभ
हाल में चक्रवाती तूफान मिगजॉम से तमिलनाडु में हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा था। उधर उत्तराखंड के सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को 17 दिन तक कड़ी मेहनत से सकुशल निकाल लिया गया था। उत्तराखंड का यह सुखद बचाव अभियान भारत में अपवाद की तरह है। सुरक्षा मानकों में […]
Opinion: कम खर्च वाले उच्च शिक्षण संस्थानों को मिलना चाहिए बढ़ावा
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) या अशोक यूनिवर्सिटी जैसे निजी क्षेत्र के शिक्षण संस्थान भारत में उच्च शिक्षा के लिए आदर्श माने जाते हैं। परंतु ऐसे संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने पर आने वाला खर्च अधिक है और केवल एक छोटे समूह की उच्च शिक्षा से जुड़ी आवश्यकताएं ही पूरी हो पाती हैं। इस लेख में […]
देश में निजी निवेश में गिरावट
भारत में निजी निवेश में बड़ी गिरावट देखी गई है और यह वर्ष 2007-08 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 27.5 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2020-21 में करीब 20 प्रतिशत रह गया है। आखिर इसकी वजह क्या है? इन वजहों का विश्लेषण करने से पहले अर्थशास्त्र के कुछ सरल पहलू पर विचार करते हैं। अगर […]
OPS vs NPS: पेंशन में सुधार के मौजूद हैं तरीके
पुरानी पेंशन योजना (OPS) और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) को लेकर देश में जो बहस चल रही है वह आमतौर पर वितरण के इर्दगिर्द केंद्रित रहती है। यानी निवेश में किसे कितना योगदान करना चाहिए? और किसे जोखिम वहन करना चाहिए? आमतौर पर जोखिम को बाहरी माना जाता है लेकिन इस पर प्रश्नचिह्न लग सकता […]
Opinion: तुर्की में महंगाई, दुनिया के लिए संदेश
तुर्की में महंगाई दर भारत और दूसरे देशों के लिए शायद ही कोई बड़ी अहमियत रखती है। मगर उससे हम एक दिलचस्प और महत्त्वपूर्ण सीख ले सकते हैं। तुर्की गणराज्य के केंद्रीय बैंक (सीबीआरटी) ने ऊंची महंगाई के बावजूद ब्याज दर घटा दी है। अधिकांश विश्लेषकों को यह नीति आश्चर्य में डाल रही है। सीबीआरटी […]
यातायात मैनेजमेंट में सुधार: आर्थिक ग्रोथ और विकास के लिए जरूरी
देश के कई हिस्सों में सड़कों पर वाहनों की भरमार और इससे यातायात में होने वाली असुविधाओं से हम सभी अवगत हैं। लोग घंटों तक घर पहुंचने के लिए जद्दोजहद करते हैं और सड़कों पर अफरा-तफरी का माहौल रहता है। यह कहानी खत्म नहीं होती और हरेक साल दोहराई जाती है। ऐसा नहीं है कि […]
अमेरिका और भारत में शॉर्ट सेलिंग
हिंडनबर्ग रिसर्च की हाल में प्रकाशित रिपोर्ट का एक प्रमुख निष्कर्ष यह था कि अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों का मूल्यांकन असामान्य रूप से ऊंचे स्तरों पर है। रिपोर्ट जारी होने के बाद अदाणी समूह के शेयरों में बिकवाली शुरू हो गई।अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह के शेयरों में शार्ट सेलिंग में […]