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लेखक : बीएस संपादकीय

आज का अखबार, संपादकीय

Editorial: डॉलर- रुपये समीकरण पर गहमागहमी

गत शुक्रवार को दिन में कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 85.81 के साथ अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। तब से इसने थोड़ी वापसी की है लेकिन अभी भी वह 85.7 से 85.8 के दायरे में ही है। पिछले कुछ सप्ताह में रुपये में यह गिरावट सकारात्मक संकेत है। ऐसी […]

आज का अखबार, संपादकीय

Editorial : AAP का 2100 रुपये का चुनावी वादा और नकदी हस्तांतरण का अर्थशास्त्र

दिल्ली में मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना और अन्य योजनाओं की घोषणा करने वाली सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) मुश्किलों में पड़ गई है क्योंकि दिल्ली सरकार ने हाल ही में इन योजनाओं के पंजीयन के विरुद्ध सार्वजनिक नोटिस जारी किया। राजनीतिक सत्ता के वादे के खिलाफ एक सरकारी विभाग द्वारा सार्वजनिक नोटिस जारी किया जाना […]

आज का अखबार, संपादकीय

Editorial: RBI की अर्द्धवार्षिक FSR रिपोर्ट के मायने

तमाम घटनाओं से भरा हुआ वर्ष 2024 समाप्त हो गया है। इसी सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की अर्द्धवार्षिक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) भी प्रकाशित हुई। यह रिपोर्ट देश की वर्तमान वित्तीय व्यवस्था को लेकर एक नजरिया पेश करती है और इससे आने वाले वर्ष में क्या कुछ हो सकता है, इसको लेकर व्यापक समझ […]

अर्थव्यवस्था, संपादकीय

Editorial: बहुत कुछ कहता घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (HCES)

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण यानी एचसीईएस का 2023-24 का संस्करण गत सप्ताह जारी किया। हाल के महीनों में देश की अर्थव्यवस्था में मांग की स्थिति को लेकर तमाम चिंताएं जाहिर की गईं, खासकर बड़े शहरों में। इसके अलावा व्यापक अर्थव्यवस्था की दिशा पर इसके असर को लेकर भी बात […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, भारत, राजनीति, विशेष, संपादकीय

Editorial : मनमोहन सिंह का अद्वितीय जीवन

किसी देश के जीवनकाल में ऐसे भी वक्त आते हैं जो गहरी छाप छोड़ जाते हैं जिन्हें आने वाली पीढ़ियां याद करती हैं। वर्ष 1991 भी देश के समकालीन इतिहास का ऐसा ही एक महत्त्वपूर्ण वर्ष है। उस समय देश राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता से जूझ रहा था। दो गठबंधन सरकारों के विफल रहने के […]

आज का अखबार, संपादकीय

Editorial: घरेलू प्रवासन में आई कमी

एक अनुमान के मुताबिक तकरीबन 40 करोड़ भारतीय देश में ही प्रवासन करते हैं और एक अध्ययन बताता है कि यह 2011 की पिछली जनगणना में देश में प्रवासन के आंकड़ों से 11.78 फीसदी कम है। इसके परिणामस्वरूप प्रवासन दर जो 2011 में आबादी की 37.64 फीसदी थी, 2023 में कम होकर 28.88 फीसदी रह […]

आज का अखबार, संपादकीय

Editorial: नौकरियों को लेकर अच्छे संकेत नहीं

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने मंगलवार को असंगठित क्षेत्र के उपक्रमों का वार्षिक सर्वेक्षण जारी किया। आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 के बीच ऐसे छोटे असंगठित उपक्रमों की तादाद में इससे पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 13 फीसदी का इजाफा हुआ है। ऐसे रोजगार से मिलने […]

आज का अखबार, संपादकीय

Editorial: निर्यात बढ़ाने के लिए Trade Diplomacy पर जोर

इस समाचार पत्र में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय एक बैठक आयोजित करने जा रहा है। उसमें इस पर विचार किया जाएगा कि कैसे छह खास उत्पाद श्रेणियों में निर्यात मूल्य बढ़ाया जा सकता है। इसमें खास तौर पर पश्चिमी देशों के अलावा रूस, चीन और इंडोनेशिया समेत 20 प्रमुख बाजारों को […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, बजट, भारत, राजनीति, संपादकीय

Editorial: राज्य सरकारों की वित्तीय स्थिति पर RBI Report

राज्य सरकारों की वित्तीय स्थिति पर रिजर्व बैंक का ताजा अध्ययन गत सप्ताह जारी किया गया। यह दिखाता है कि समेकित स्तर पर काफी प्रगति हुई है। बहरहाल, अभी भी सुधार की काफी गुंजाइश है और समग्र आर्थिक प्रबंधन काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि राज्य सरकारों के वित्त का प्रबंधन […]

आज का अखबार, संपादकीय

Editorial: अर्थव्यवस्था में तेजी के मुश्किल है विकल्प

केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने सरकार की आय और व्यय के रुझानों की अर्द्धवार्षिक समीक्षा प्रस्तुत की है। अगर सरसरी तौर पर देखा जाए तो इस दस्तावेज के पाठ में कुछ खास नहीं नजर आता है। वित्त मंत्रालय ने संकेत दिया है कि चालू वर्ष की पहली छमाही में हुई राजस्व प्राप्तियां बजट अनुमान की करीब […]

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