जेटवर्क (Zetwork) हालांकि घरेलू नाम नहीं है, लेकिन पिछले वर्ष तक 11,450 करोड़ रुपये के राजस्व का दावा करने वाली यह यूनिकॉर्न भारत की शीर्ष चार इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माताओं में से एक है।
यह स्टार्टअप स्मार्ट टीवी की बिक्री में एक खास रुख का फायदा उठा रही है। वह यह है कि श्याओमी, सैमसंग और एलजी जैसे प्रमुख ब्रांडों की सामूहिक शिपमेंट में गिरावट आ रही है तथा छोटे, क्षेत्रीय और ऑनलाइन ब्रांडों की बाजार हिस्सेदारी घट रही है।
इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवा (ईएमएस) क्षेत्र की प्रमुख कंपनी के रूप में उभरने वाली जेटवर्क हरियाणा में एक संयंत्र संचालित करती है, जो देश की कुल स्मार्ट टीवी उत्पादन क्षमता के 10 प्रतिशत भाग की पूर्ति करता है।
कंपनी आठ अलग-अलग ब्रांडों के लिए अनुबंध विनिर्माण के जरिये मांग एकत्र करती है, जिससे उत्पादन लागत कम होने के साथ-साथ बड़े स्तर पर निर्माण होता है। जेटवर्क डिजाइन क्षमताओं को विकसित करने और आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करने की प्रक्रिया में भी है। फ्लैट-पैनल डिस्प्ले विनिर्माण सुविधा कंपनी के पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा है।
जेटवर्क के संस्थापक राहुल शर्मा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि स्मार्ट टीवी का कुल बाजार लगभग 1.5 से 1.7 करोड़ टीवी का है। हमारे संयंत्र में इस बाजार की 10 प्रतिशत आपूर्ति करने की क्षमता है। हम एक तिमाही के भीतर अपनी उत्पादन क्षमता दोगुनी कर सकते हैं। मॉडल के आधार पर वर्तमान में हम 24 से 86 इंच तक के टीवी का निर्माण करते हैं। हमारी योजना नवंबर तक 120 इंच तक के टीवी का उत्पादन करने की है।
काउंटरपॉइंट के आंकड़ों के अनुसार शीर्ष पांच ब्रांड के बाहर के ब्रांडों की बाजार हिस्सेदारी वर्ष 2021 के 43.2 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2022 में 57.4 प्रतिशत हो गई।
सूत्रों ने कहा कि अगर रियलमी और वनप्लस द्वारा अपनी टीवी बिक्री कम करने या बंद करने की खबरें सही साबित होती है, तो यह प्रवृत्ति और भी मजबूत हो सकती है। कंपनियों की ओर से इस बात की कोई पुष्टि नहीं की गई है।
आईडीसी की एक हालिया रिपोर्ट में शीर्ष ब्रांडों के मामले में आंशिक सुधार पर प्रकाश डाला गया है। इसमें कहा गया है कि शीर्ष पांच स्मार्ट टीवी ब्रांडों ने वर्ष 2023 की पहली छमाही में अपनी बाजार हिस्सेदारी 54 प्रतिशत तक बहाल कर ली है।