facebookmetapixel
RBI ने बैंकों को कहा: सभी शाखाओं में ग्राहकों को बुनियादी सेवाएं सुनिश्चित करें, सुधार जरूरीसाल 2025 बना इसरो के लिए ऐतिहासिक: गगनयान से भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान की उलटी गिनती शुरूदिल्ली देखेगी मेसी के कदमों का जादू, अर्जेंटीना के सुपरस्टार के स्वागत के लिए तैयार राजधानीदमघोंटू हवा में घिरी दिल्ली: AQI 400 के पार, स्कूल हाइब्रिड मोड पर और खेल गतिविधियां निलंबितUAE में जयशंकर की कूटनीतिक सक्रियता: यूरोप ब्रिटेन और मिस्र के विदेश मंत्री से की मुलाकात‘सच के बल पर हटाएंगे मोदी-संघ की सरकार’, रामलीला मैदान से राहुल ने सरकार पर साधा निशानासेमाग्लूटाइड का पेटेंट खत्म होते ही सस्ती होंगी मोटापा और मधुमेह की दवाएं, 80% तक कटौती संभवप्रीमियम हेलमेट से Studds को दोगुनी कमाई की उम्मीद, राजस्व में हिस्सेदारी 30% तक बढ़ाने की कोशिशकवच 4.0 के देशभर में विस्तार से खुलेगा भारतीय रेलवे में ₹50 हजार करोड़ का बड़ा सुरक्षा बाजारइंडिगो का ‘असली’ अपराध क्या, अक्षमता ने कैसे सरकार को वापसी का मौका दिया

IT: छंटनी के दौर में गिग कर्मियों की मांग डेढ़ गुना बढ़ी

एविग्न के विशेषज्ञों के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2023 के दो तिमाहियों में अत्यधिक कुशल गिग कर्मचारियों की अनुबंध आधारित नौकरियों में भागीदारी 78 फीसदी बढ़ी है।

Last Updated- July 18, 2023 | 11:39 PM IST
IT companies' valuation hits 5-year low amid selloff by investors

ऐसे वक्त में जब प्रौद्योगिकी क्षेत्र (Lay off in technology sector) में छंटनी का दौर है और नई भर्तियों में मंदी है, आईटी कंपनियों (IT Companies) ने तय वेतन कम करते हुए अस्थायी नौकरियों का विकल्प चुना है। वर्क फुलफिलमेंट प्लेटफॉर्म एविग्न ने साल 2023 की पहली छमाही में ऐसी नौकरियों में 157 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।

एविग्न ने कहा है कि मध्य स्तर और वरिष्ठ पदों के लिए 2 से 7 वर्षों का अनुभव रखने वाले उच्च कौशल वाले पेशेवरों की अधिक मांग देखी जा रही है। जावा, पायथन, रिएक्ट, व्यू, एंगुलर, डेटा साइंस और फुल स्टैक के साथ-साथ गो लैंग, एमएल, माइक्रोसर्विसेज, सी, सी शार्प, पीएचपी, डॉट नेट और लॉरवेल जैसी तकनीकी भूमिकाओं की भी अत्यधिक मांग देखी जा रही है।

एविग्न के विशेषज्ञों के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2023 के दो तिमाहियों में अत्यधिक कुशल गिग कर्मचारियों की अनुबंध आधारित नौकरियों में भागीदारी 78 फीसदी बढ़ी है।

2022 में 1,058 प्रौद्योगिकी कंपनियों ने 1,64,709 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

यह ध्यान रखना जरूरी है कि भारतीय आईटी कंपनियों को पिछले कुछ तिमाहियों के दौरान पूरे क्षेत्र में ग्राहकों द्वारा विवेकाधीन खर्च में कटौती के कारण लागत अनुकूलन का खमियाजा भुगतना पड़ रहा है। दूसरी ओर, लेऑफ्स डॉट एफवाईआई के अनुसार, साल 2022 में 1,058 प्रौद्योगिकी कंपनियों ने 1,64,709 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।

एविग्न के सह संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी अन्नय सार्थक ने कहा, ‘लागत में कमी, कारोबार अनुकूलन और छंटनी के इस मौजूदा दौर में हम गिग अर्थव्यवस्था में अधिक कौशल वाले गिग कर्मियों की भागीदारी में बढ़ोतरी देख रहे हैं। कंपनियां अत्यधिक कुशल पेशेवरों का उपयोग करने से होने वाले फायदों को जानती है, जिससे लागत में कमी होती है और परिचालन दक्षता में भी वृद्धि होती है। हमारा प्लेटफॉर्म कारोबारों को विभिन्न उद्योगों में अत्यधिक कुशल गिग कर्मचारियों का लाभ उठाने, काम की गतिशीलता को बदलने और इन चुनौतीपूर्ण समय में सही मौका देने में सक्षम बनाता है।’

इस तरह की नौकरियों को पसंद करने वाले लोग देश भर में हैं, लेकिन इसमें 50 फीसदी भागीदारी बेंगलूरु, मुंबई और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों से है। 35 फीसदी पेशेवर कोयंबत्तूर, ना​शिक और मैसूरु जैसे मझोले शहरों से आते हैं और 15 फीसदी रायपुर और विजयवाड़ा जैसे छोटे शहरों से ताल्लुक रखते हैं।

कंपनी ने मंगलवार को कहा कि अस्थिर वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के कारण एविग्न के विशेषज्ञ अमेरिका, कनाडा, यूएई और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे देशों से उच्च कुशल गिग कर्मियों की भागीदारी भी देख रहे हैं।

First Published - July 18, 2023 | 11:39 PM IST

संबंधित पोस्ट