अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दर पर फैसला इस हफ्ते लेगा, मगर उससे पहले वैश्विक बाजारों में सतर्कता के बीच बेंचमार्क सेंसेक्स में 11 दिन से चली आ रही तेजी पर सोमवार को विराम लग गया।
सेंसेक्स 242 अंक गिरकर 67,597 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 59 अंकों की फिसलन के साथ 20,133 पर टिका। इससे पिछले सत्र में दोनों सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए थे। साथ ही साल 2007 के बाद तेजी की यह सबसे लंबी अवधि थी। देसी संस्थागत निवेशकों की मजबूत खरीदारी और आर्थिक व कंपनियों की आय के बेहतर आंकड़ों के बीच पिछले 11 सत्रों में सेंसेक्स 4.6 फीसदी चढ़ा।
इंडेक्स के दिग्गजों एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और इन्फोसिस ने सोमवार को बाजारों को नीचे खींचा। विश्लेषकों ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में मजबूत लाभ के बाद निवेशकों ने कुछ मुनाफावसूली पसंद की।
कोटक सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, बैंकिंग, रियल्टी, आईटी व दूरसंचार शेयरों में मुनाफावसूली के कारण 11 दिनों से चली आ रही तेजी पर विराम लग गया। वैश्विक अवरोध, हालिया तेजी के बाद देसी इंडेक्स के ऊंचे मूल्यांकन निवेशकों में घबराहट पैदा कर रहे हैं, जिसकी वजह से अल्पावधि में और मुनाफावसूली हो सकती है।
मौद्रिक नीति के अहम फैसलों से पहले कुछ घबराहट
इस हफ्ते मौद्रिक नीति के अहम फैसलों से पहले कुछ घबराहट देखी गई। फेडरल रिजर्व बुधवार को मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा, जिसके बाद गुरुवार को बैंक ऑफ इंगलैंड और फिर एक दिन बाद जापान का केंद्रीय बैंक इसकी घोषणा करेगा।
कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने महंगाई को अपने लक्षित स्तर पर लाने के काम को जटिल बना दिया है। ब्रेंट क्रूड की कीमतें पिछले तीन हफ्ते में 13 फीसदी बढ़ी है और अभी यह 95 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
इसके अतिरिक्त इक्विटी में काफी तेजी ने निवेशकों को परिदृश्य को लेकर निराशावादी बना दिया है। मॉर्गन स्टैनली के नोट में कहा गया है, क्लाइंटों के बीच इस बात को लेकर बहस हो रही है कि क्या मंदी टल गई है या फिर एक साल के लिए आगे बढ़ गई है।
विश्लेषकों ने कहा कि बाजार का एक वर्ग इस पर दांव ला रहा है कि अमेरिका की सुदृढ़ अर्थव्यवस्था फेडरल रिजर्व को इस साल एक बार और ब्याज बढ़ोतरी के लिए प्रोत्साहित करेगी। साथ ही अगले साल उच्च दरें पहले के अनुमान के मुकाबले ज्यादा समय तक रहेगी।
सैमको सिक्योरिटीज के सीईओ जिमित मोदी ने कहा, आने वाले समय में बाजार अस्थिर रहेगा। लोग अपना निवेश हल्का करने जारहे हैं क्योंकि इस हफ्ते फेडरल रिजर्व मौद्रिक नीति घोषित करेगा। कुछ अतिरिक्त पोजीशन बेचे जा चुके हैं। निवेशक बहुत ज्यादा जोखिम नहीं लेना चाहते। गिरावट अच्छी होती है और एकतरफा चाल किसी के हित में नहीं होती।