भारती एयरटेल (Bharti Airtel Results) ने दूसरी तिमाही के शुद्ध लाभ में करीब 37.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ लभग 37.5 प्रतिशत घटकर 1340.7 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 2,145.2 करोड़ रुपये था।
हालांकि तिमाही आधार पर शुद्ध लाभ 17 प्रतिशत घटा है। सितंबर तिमाही में दूरसंचार सेवा प्रदाता का समेकित राजस्व 37,044 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के मुकाबले 7.3 प्रतिशत की वृद्धि है।
रेवेन्यू में इजाफा
भारत में कंपनी का राजस्व दूसरी तिमाही में 26,995 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 10.9 प्रतिशत तक अधिक है। भारतीय परिचालन से राजस्व पिछली तिमाही में 13 प्रतिशत बढ़ा था।
भारत में मोबाइल सेवाओं से राजस्व 20,952 करोड़ रुपये पर रहा। दूसरी तिमाही में मजबूत 4जी/5जी ग्राहक वृद्धि की मदद से इसमें 11 प्रतिशत तक का इजाफा दर्ज किया गया। यह पहली तिमाही में दर्ज की गई 12.4 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले कुछ कमजोर रहा।
तिमाही के दौरान दूरसंचार कंपनी की समेकित एबिटा 19,665 करोड़ रुपये रही और एबिटा मार्जिन 53.1 प्रतिशत दर्ज किया गया। इसमें सालाना आधार पर 176 आधार अंक का सुधार आया।
एआरपीयू में सुधार
सितंबर तिमाही में प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) 203 रुपये पर दर्ज किया गया, जो 2023 की दूसरी तिमाही में 190 रुपये था। पिछली तिमाही में, एआरपीयू ने 200 रुपये का आंकड़ा पार कर लिया था।
कंपनी को दर वृद्धि की वजह से अपनी एआरपीयू वृद्धि मजबूत बनाने में मदद मिली है। जनवरी में एयरटेल ने अपने 99 रुपये के न्यूनतम रिचार्ज प्लान को समाप्त करना शुरू किया था, जिसका उसके कुल मोबाइल राजस्व में 7-8 प्रतिशत योगदान था।
गेल का शुद्ध लाभ 87 फीसदी उछला
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी गेल (GAIL) का एकीकृत शुद्ध लाभ सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 87 फीसदी की उछाल के साथ 2,442 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,304.06 करोड़ रुपये रहा था। क्रमिक आधार पर कंपनी का शुद्द लाभ 36.2 फीसदी बढ़ा।
गैस ट्रांसमिशन वॉल्यूम में इजाफा और ट्रांसमिशन टैरिफ में बढ़ोतरी के दम पर मुख्य रूप से मुनाफा बढ़ा। इस दौरान कंपनी का एकीकृत परिचालन राजस्व 14.6 फीसदी घटकर 33,049 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 38,728 करोड़ रुपये रहा था। साथ ही इस वित्त वर्ष में छह महीने का संचयी लाभ 3,817 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 4,452 करोड़ रुपये के मुकाबले कम है।
प्राकृतिक गैस के विपणन से कंपनी ने दूसरी तिमाही में 31,491 करोड़ रुपये अर्जित किए, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 25 फीसदी कम है। इस दौरान गैस विपणन वॉल्यूम 2 फीसदी घट गया।
इस बीच, प्राकृतिक गैस का ट्रांसमिशन वॉल्यूम 3.4 फीसदी बढ़कर 120.3 एमएमएससीएमडी पर पहुंच गया, जो पिछली दो तिमाहियों में क्रमश: 116.33 एमएमएससीएमडी और 108.23 एमएमएससीएमडी रहा था।
इंडियन ऑयल का शुद्ध लाभ 13,717 करोड़ रुपये
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सरकार के स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL Q2 Results) के उल्लेखनीय प्रदर्शन से कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 13,713 करोड़ रुपये हो गया।
वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में 910 करोड़ रुपये के घाटे के बाद यह बड़ी उछाल है। हालांकि, क्रमिक आधार पर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के 14,735 करोड़ रुपये के मुकाबले शुद्ध लाभ 7 फीसदी कम हुआ है।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनी (ओएमसी) ने ऑटो-ईंधन विपणन मार्जिन में गिरावट और कच्चे तेल कीमतें बढ़ने के बावजूद समेकित वार्षिक शुद्ध लाभ में उल्लेखनीय वृद्धि देखी। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में परिचालन से कंपनी का राजस्व 11.9 फीसदी घटकर 2.05 लाख करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 2.33 लाख करोड़ रुपये था।
राजस्व में गिरावट मुख्य रूप से पेट्रोलियम उत्पादों से कम कमाई के कारण हुई। यह 12.6 फीसदी घटकर 1.93 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 2.21 लाख करोड़ रुपये थी।
स्पंदन स्फूर्ति का शुद्ध लाभ 127 फीसदी बढ़ा
ग्रामीण क्षेत्रों पर केंद्रित सूक्ष्म ऋणदाता स्पंदन स्फूर्ति फाइनेंशियल का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 127 प्रतिशत बढ़कर 125 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी का पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में शुद्ध मुनाफा 55 करोड़ रुपये था। स्पंदन स्फूर्ति की ओर से जारी बयान के मुताबिक, जुलाई-सितंबर तिमाही में उसकी आय 106 प्रतिशत बढ़कर 640 करोड़ रुपये हो गई। पिछले साल की समान तिमाही में यह 310 करोड़ रुपये थी।
दूसरी तिमाही में अरविंद लिमिटेड के लाभ में कमी
कपड़ा विनिर्माता अरविंद लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 84.19 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 33.83 प्रतिशत कम है।
देश की प्रमुख कपड़ा विनिर्माता ने मंगलवार को स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना में कहा कि पिछले साल की समान तिमाही में उसने 127.25 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
आलोच्य अवधि में अरविंद की परिचालन आय 11.43 प्रतिशत घटकर 1,921.73 करोड़ रुपये रह गई। जुलाई-सितंबर, 2022 की अवधि में परिचालन आय 2,169.81 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी ने परिचालन से प्राप्त राजस्व में गिरावट के लिए कीमतों में आई नरमी को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि उत्पादन लागत कम होने से ऐसा हुआ है।
बीती तिमाही में कंपनी का कुल खर्च साल भर पहले की तुलना में 12.07 प्रतिशत घटकर 1,821.72 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान कंपनी की कुल आय 11.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,933.46 करोड़ रुपये रही।