Festive Season: देश में नवरात्र से त्योहारों का जो मौसम शुरू होता है वह दीवाली (Diwali) तक चलता रहता है और इस दौरान मकानों की खूब मांग रहती है। लोग खास तौर पर नवरात्र और धनतेरस, दीवाली पर मकान की बुकिंग कराने उमड़ते हैं। इस साल भी त्योहारों पर मकानों की काफी मांग है, जिससे रियल्टी बाजार में बिक्री बहुत बढ़ने का अनुमान है।
हालांकि इस बार मकान महंगे हैं और महंगाई तथा मंदी का खटका आम आदमी को परेशान करता है। मगर महंगे कर्ज का भी मकानों की बिक्री पर असर नहीं हुआ है।
रियल एस्टेट उद्योग के जानकार कह रहे हैं कि महंगाई और अनिश्चितता के बाद भी लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी है। साथ ही अपना घर खरीदने की इच्छा भी लोगों में बढ़ रही है। इसका असर बाजार पर नजर आ रहा है।
बिल्डरों के प्रमुख संगठन क्रेडाई के चेयरमैन और दिल्ली-एनसीआर के नामी रियल एस्टेट समूह गौर्स समूह के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक मनोज गौड़ ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि मकानों की मांग पिछले एक साल से मजबूत बनी हुई है।
गौर्स का अनुमान है कि उसकी परियोजनाओं में इस साल नवरात्र के दौरान करीब 500 करोड़ रुपये के मकान बिके। पिछले साल नवरात्र में 350 करोड़ रुपये की ही बिक्री हुई थी। चूंकि मकानों की मांग खूब है, इसलिए इस त्योहारी सीजन में खास ऑफर भी देने की जरूरत नहीं पड़ी। इसके बाद भी इस बार मकानों की बिक्री 30 फीसदी से ज्यादा बढ़ सकती है।
रियल एस्टेट सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया के कार्यकारी निदेशक (उत्तर) मुदस्सिर जैदी कहते हैं कि कोरोना के दौरान मकानों की मांग थम गई थी मगर उसका असर खत्म होते ही मांग में तेजी आ गई। इस साल मांग इतनी ज्यादा है कि तीसरी तिमाही में मकानों की बिक्री 6 साल के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई।
तीसरी तिमाही में 82,612 मकान बिके
इस कैलेंडर वर्ष की तीसरी तिमाही में 82,612 मकान बिके थे, जो पिछले साल की तीसरी तिमाही से 12 फीसदी अधिक थे। चौथी तिमाही यानी अक्टूबर से दिसंबर के बीच का समय त्योहारी सीजन कहलाता है। जैदी के मुताबिक मकानों की अब तक की बिक्री देखते हुए इस त्योहारी सीजन में 8 से 10 फीसदी ज्यादा बिक्री की उम्मीद दिख रही है। नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल की चौथी तिमाही में 80,270 मकान बिके थे।
नारेडको के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी. हरि बाबू ने कहा कि बिक्री का मौजूदा रुझान बताता है कि इस साल बिक्री पिछले साल से 20 फीसदी अधिक हो सकती है क्योंकि इस बार अफोर्डेबल, लक्जरी और कमर्शियल जैसी सभी रियल्टी श्रेणियों में मांग बढ़ी हुई है। यह मांग त्योहारों के बाद भी जारी रह सकती है।
गुरुग्राम में रियल्टी परियोजनाएं चला रही गंगा रियल्टी के कार्यकारी निदेशक नीरज मिश्रा कहते हैं कि 2023 रियल एस्टेट के लिए काफी अच्छा साल रहा है। नवरात्रों में वे लोग ज्यादा पूछताछ करने आए, जिन्हें खुद रहने के लिए मकान चाहिए। सबसे ज्यादा दिलचस्पी 3 और 4 बीएचके फ्लैट में दिखाई जा रही है।
एनसीआर में गुरुग्राम इस वक्त लक्जरी फ्लोर के लिए बहुत चर्चा में है। अगले 1 साल में गुरुग्राम में ही लक्जरी संपत्ति की दमदार बिक्री होगी और इसमें 20 फीसदी वृद्धि होने की संभावना है।
क्रेडाई मध्य प्रदेश चैप्टर के प्रवक्ता मनोज सिंह मीक कहते हैं कि रियल एस्टेट के लिए भी त्योहारी सीजन खास होता है। रक्षाबंधन से चालू होकर लगभग मकर संक्रांति तक चलने वाले इस सीजन में खरीदारों का सबसे अधिक जोर दशहरा-दीवाली के बीच नजर आता है। इस मौसम में रियल एस्टेट क्षेत्र की बिक्री के आंकड़े 10 से 15 फीसदी तक बढ़ सकते हैं। त्योहारी सीजन में बिल्डर आकर्षक ऑफर भी देते हैं, जिससे लोगों को खरीद का निर्णय लेने में आसानी होती है।