यदि आप पिछले कुछ समय से क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं और बिल समय से अदा करते आए हैं तो आपका बैंक या कार्ड कंपनी आपको कार्ड अपग्रेड करने का मौका दे सकते हैं। चूंकि जरूरतें बढ़ती रहती हैं, इसलिए कार्ड अपग्रेड करना अच्छा रहता है। मगर इसके लिए हामी भरने से पहले देख लीजिए कि फायदे और नुकसान क्या हैं।
फायदे और नुकसान
बैंकबाजार डॉट कॉम के मुख्य कार्य अधिकारी (सीईओ) आदिल शेट्टी कहते हैं, ‘कार्ड अपग्रेड करने पर आपको बेहतर रिवॉर्ड, कैशबैक और कम ब्याज दर या अधिक क्रेडिट लिमिट जैसे फायदे मिल सकते हैं। लेकिन यह देखना भी जरूरी है कि आपको फायदों से ज्यादा कीमत तो अदा नहीं करनी पड़ रही।’
कार्ड अपग्रेड कराना नए कार्ड के लिए आवेदन करने से अलग होता है। नए कार्ड के लिए नए सिरे से आवेदन करना होता है, कंपनी आपके लिए कर्ज का खाता खोलती है और अक्सर आपसे सख्त पूछताछ की जाती है।
कार्ड अपग्रेड कराने की सोच रहे हैं तो इन बिंदुओं का ख्याल रखें:
अधिक आय सीमा
जब आप अपने करियर में आगे बढ़ते हैं तो आपकी आय भी बढ़ती जाती है। ऐसे में आपके सामने ऐसी जरूरतें आ सकती हैं, जिन्हें अपग्रेडेड क्रेडिट कार्ड से ही पूरा किया जा सकता है। माईमनीमंत्रा डॉट कॉम के संस्थापक और प्रबंध निदेशक राज खोसला कहते हैं, ‘अगर हाल ही में तनख्वाह में हुई बढ़ोतरी के बाद आप बेहतर रिवॉर्ड और फायदों वाला प्रीमियम कार्ड पाने की शर्तें पूरी करने लगते हैं तो अपग्रेड करने का यह सही मौका हो सकता है।’
अधिक क्रेडिट लिमिट
अपग्रेड करने पर अक्सर क्रेडिट लिमिट बढ़ जाती है। यह फायदेमंद हो सकता है और अगर आप मौजूदा क्रेडिट कार्ड की बहुत अधिक लिमिट (50 फीसदी से अधिक) इस्तेमाल कर रहे हैं तो खास तौर पर इसका फायदा है। अगर आपके कार्ड की बहुत अधिक क्रेडिट लिमिट हमेशा फंसी रहती है यानी आप बहुत अधिक खर्च करते हैं तो आपको कर्ज लेने का आदी माना जाएगा और आपके क्रेडिट स्कोर पर इसका बुरा असर पड़ेगा। खोसला की सलाह है, ‘आपकी मौजूदा क्रेडिट लिमिट से आपकी जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं तो आपके लिए अपग्रेड फायदेमंद होगा।’
हालांकि जरूरी नहीं है कि कार्ड अपग्रेड होने पर क्रेडिट लिमिट भी बढ़ जाए। शेट्टी समझाते हैं, ‘क्रेडिट लिमिट में इजाफे की मंजूरी कई बातों पर निर्भर करती है, जैसे आपका मासिक वेतन, क्रेडिट कार्ड में मौजूदा लिमिट, पहले से चल रहे कर्ज और कार्ड जारी करने वाली कंपनी की आंतरिक नीतियां।’
फायदे हों ज्यादा
अपग्रेड करना तब अच्छा रहता है, जब आपको अपनी जरूरतों के माकूल और उन्हें पूरा करने वाले फायदे मिलें। शेट्टी बताते हैं, ‘अगर आपकी जीवनशैली और खर्च करने का तरीका बदल गया है तो अपनी नई जरूरतों के हिसाब से नया कार्ड लेने की कोशिश करें। जैसे बार-बार यात्रा करने वालों के लिए वह कार्ड अच्छा होगा, जिसमें एयरपोर्ट लाउंज का इस्तेमाल करने का मौका मिले, ट्रैवल रिवॉर्ड मिलें या यात्रा
बीमा मिले।’
मगर अरविंद राव ऐंड एसोसिएट्स के संस्थापक अरविंद ए राव के हिसाब से केवल एयरपोर्ट लाउंज के लिए कार्ड अपग्रेड कराना सही नहीं है। वह कहते हैं, ‘नया कार्ड कम से कम तीन मामलों में बेहतर होना चाहिए: रिवॉर्ड पॉइंट, पॉइंट भुनाने की सुविधा और छूट के ऑफर।’
अपग्रेडेड कार्ड में ज्यादा फायदेमंद शर्तें होनी चाहिए। खोसला का कहना है, ‘यदि नए कार्ड में ब्याज दर कम है, शुल्क भी कम हैं और विदेशी मुद्रा के लिए दर बेहतर है तो यह फायदे का सौदा हो सकता है।’
खर्च की न्यूनतम सीमा
अपग्रेड कार्ड आपका वार्षिक शुल्क माफ कर सकता है बशर्ते आप साल भर में एक तयशुदा रकम खर्च करें। मान लीजिए कि आपके पुराने कार्ड में सालाना 4 लाख रुपये खर्च करने पर शुल्क खत्म हो जाता था और इतना खर्च आप आराम से कर लेते थे। मगर नए कार्ड में यह सीमा कम से कम 5 या 6 लाख रुपये होती है तो भी शायद आप इतना खर्च कर दें। मगर 7 या 8 लाख रुपये खर्च करने में आपको मुश्किल हो सकती है। शेट्टी कहते हैं, ‘न्यूनतम सीमा जितनी ज्यादा होगी, आपको अपना बजट भी उतना ही बढ़ाना पड़ेगा।’
फायदे आपकी जीवनशैली के हिसाब से ही होने चाहिए। यदि आपके कार्ड पर एयरपोर्ट लाउंज की सुविधा केवल एक व्यक्ति के लिए है मगर आप आम तौर पर परिवार के साथ यात्रा करते हैं तो इसका ज्यादा फायदा नहीं होगा। लाउंज का फायदा भी उन हवाईअड्डों पर जरूर मिलना चाहिए, जिनसे आप अक्सर यात्रा करते हैं। इसी तरह फिल्म के मुफ्त टिकट उन लोगों के लिए शायद ही काम के हों, जो ओटीटी पर फिल्में देखना पसंद करते हैं।
मगर कीमत क्या है
नए कार्ड के साथ कौन-कौन से शुल्क देने पड़ेंगे इस पर अच्छी तरह से गौर कर लीजिए। क्रेडिट कार्ड के शुल्कों में आम तौर पर जॉइनिंग फीस, वार्षिक शुल्क, एटीएम से निकासी का शुल्क, देर से भुगतान का शुल्क, विदेश में लेनदेन पर शुल्क और बैलेंस ट्रांसफर शुल्क होते हैं। शेट्टी कहते हैं, ‘यदि आप पूरा भुगतान करने के बजाय बिल का एक हिस्सा ही अदा करते हैं तो आपके लिए कम ब्याज दर वाला कार्ड बेहतर हो सकता है।’
आवेदन करने से पहले मालूम कर लें कि पिछले कार्ड के फायदों मसलन वहां इकट्ठे किए गए रिवॉर्ड पॉइंट के बारे में कार्ड कंपनी की नीति क्या है। कुछ कंपनियां कार्ड अपग्रेड करने पर पुराने कार्ड के रिवॉर्ड पॉइंट इस्तेमाल नहीं करने देतीं।