व्यापक आर्थिक हालात की अनिश्चितता का हवाला देते हुए अधिकांश ब्रोकर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की कमाई में इजाफे को लेकर सतर्क हो गए हैं। उन्हें सरकारी स्वामित्व वाले ऋणदाता के मामले में कोई खास जोखिम तो नहीं दिख रहा है, लेकिन उसकी बैलेंसशीट के आकार और सिस्टमैटिक महत्व ने उन्हें वित्त वर्ष 2023-24 और वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कमाई के अनुमानों में पांच प्रतिशत तक की कटौती करने के लिए प्रेरित किया है।
सरकारी स्वामित्व वाले देश के सबसे बड़े बैंक ने वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में एकल आधार पर 16,694.51 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। संपूर्ण वित्त वर्ष 23 के लिए इसका शुद्ध लाभ वर्ष 50,232 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 58.58 प्रतिशत रहा। एसबीआई ने वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 40,393 करोड़ रुपये की शुद्ध ब्याज आय दर्ज की, जो पिछले साल की तुलना में 29.5 प्रतिशत अधिक रही।
वित्त वर्ष 23 के दौरान शुद्ध ब्याज आय 1.44 लाख करोड़ रुपये और शुद्ध ब्याज मार्जिन 3.58 प्रतिशत रहा। वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में लोन बुक 32.69 लाख करोड़ रुपये और जमा राशि 44.24 लाख करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 23 एसबीआई के सबसे अच्छे वर्षों में से एक रहा क्योंकि शुद्ध ब्याज मार्जिन में 20 आधार अंकों का विस्तार हुआ, ऋण वृद्धि पिछले साल की तुलना में 16 प्रतिशत बढ़ी, सकल और शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों अपने सबसे निचले स्तर पर रहीं और क्रेडिट लागत दो दशकों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई।
विश्लेषकों का नजरिया
इलारा कैपिटल के विश्लेषकों ने कहा कि एसबीआई ने स्थिर कारोबार और राजस्व वृद्धि की अगुआई में वित्त वर्ष 2023 की मार्च तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया है। हालांकि पीएसयू बास्केट में एसबीआई हमारा पसंदीदा स्टॉक है, लेकिन इसके बाजार के आकार और ऋण को देखते हुए व्यापक आर्थिक अनिश्चितता सबसे बड़ा जोखिम है।
ब्रोकर ने एसबीआई के वित्त वर्ष 24 के शुद्ध लाभ अनुमान को 54,100 करोड़ रुपये से 1.2 प्रतिशत घटाकर 53,500 करोड़ रुपये कर दिया है। इसने इस वित्त वर्ष के लिए एसबीआई के परिचालन लाभ अनुमान को 1.1 प्रतिशत घटाकर 94,600 करोड़ रुपये और शुद्ध ब्याज आय के अनुमान को 0.7 प्रतिशत तक घटाकर 1.57 लाख करोड़ रुपये कर दिया है।
वित्त वर्ष 25 के लिए इलारा कैपिटल ने कर के बाद लाभ (पीएटी) के अनुमानों को 0.1 प्रतिशत, परिचालन लाभ को 1.2 प्रतिशत तक और शुद्ध ब्याज आय को 2.2 प्रतिशत तक कम किया है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने भी वित्त वर्ष 24 के लिए एसबीआई के शुद्ध लाभ के अनुमान को पांच प्रतिशत तक घटाया है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इसके लक्षित मूल्य (725 रुपये) और परिदृश्य (खरीद) को अपरिवर्तित रखा है, जबकि वित्त वर्ष 24 के लिए कर के बाद लाभ का अनुमान संशोधित करते हुए एक प्रतिशत, ऋण वृद्धि को 21 आधार अंक, आरओए और आरओई को क्रमश: तीन और 42 आधार अंक घटाया है।