भारतीय विमानन कंपनियों के जरिये मार्च 2023 में 12.8 लाख यात्रियों ने उड़ान भरी, जो सालाना आधार पर 21.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाती है। देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी ने अपनी देसी बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 55.7 फीसदी पर पहुंचा दी, जो वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में 53.8 फीसदी रही थी। यह जानकारी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों से मिली।
लेकिन वित्तीय परेशानी का सामना कर रही स्पाइसजेट ने बाजार हिस्सेदारी में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की और उसकी हिस्सेदारी 10.2 फीसदी से घटकर 6.9 फीसदी रह गई। प्रैट ऐंड व्हिटनी की तरफ से इंजन की आपूर्ति में देरी के कारण गो फर्स्ट के आधे विमान खड़े हैं। ऐसे में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 9.8 फीसदी से घटकर 7.8 फीसदी रह गई। उधर, टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 9.9 फीसदी से घटकर 9 फीसदी रह गई। जबकि समूह की एक अन्य विमानन कंपनी एयरएशिया इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 5.8 फीसदी से बढ़कर 7.3 फीसदी पर पहुंच गई।