दोपहिया और यात्री वाहनों का विनिर्माण करने वाली वाहन फर्मों को वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही के दौरान आय में सुस्त क्रमिक वृद्धि के आसार नजर आ रहे हैं। कंपनियों द्वारा अपना पुराना स्टॉक खाली करने के प्रयासों के बीच त्योहारों के बाद की सामान्य गिरावट के कारण ऐसा हो सकता है।
इस बीच वाणिज्यिक वाहन और ट्रैक्टर विनिर्माता अशोक लीलैंड को स्थिर मांग और जिंसों की कम कीमत के बीच तीसरी तिमाही में बड़ा मुनाफा दर्ज करने की उम्मीद दिख रही है।
संयुक्त रूप से देखें, तो सूचीबद्ध वाहन फर्मों का शुद्ध लाभ तिमाही आधार पर 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए दूसरी तिमाही के 6,665 करोड़ रुपये से बढ़कर तीसरी तिमाही में करीब 7,395 करोड़ रुपये हो जाएगा।
ब्लूमबर्ग के आय अनुमान में यह जानकारी दी गई है। अलबत्ता, ब्लूमबर्ग के अनुमानों के अनुसार एक साल पहले की इस अवधि की तुलना में अक्टूबर-दिसंबर के दौरान इन वाहन फर्मों का शुद्ध लाभ 63.2 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के एक शोध नोट में कहा गया है ‘विभिन्न खंडों में मजबूत खुदरा बिक्री के बावजूद दोपहिया/यात्री वाहनों के व्यक्तिगत आवागमन खंडों में स्टॉक निपटाने की गतिविधियों के कारण थोक बिक्री कम रही।’
इसमें कहा गया है कि वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टरों ने खुदरा बिक्री के अनुरूप अच्छा प्रदर्शन किया। सामान्य रूप से छूट सीमित रहने के साथ-साथ लागत वृद्धि उपभोक्ताओं पर डालने के लिए मूल्य वृद्धि की रफ्तार एक अंतराल के साथ जारी रही।
इसमें कहा गया है कि बेहतर स्तर और इनपुट जिंसों की कम कीमत के दोहरे असर की वजह से वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टर कंपनियों के मामले में लाभ में तिमाही आधार पर 200 आधार अंकों का इजाफा होगा।
प्रभुदास लीलाधर के एक शोध नोट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में वाहन उद्योग में त्योहारी सीजन के बाद कमजोर मांग के हालात और विभिन्न डीलरशिप के स्टॉक में कमी के कारण संपूर्ण वॉल्यूम में गिरावट (सालाना आधार पर) देखी गई है।