Google Layoffs: दिग्गज टेक जाइंट गूगल (Google) ने नए साल की शुरुआत में फिर कई कर्मचारियों को कंपनी से बाहर कर दिया है। कंपनी ने जानकारी दी कि लागत में कटौती के लिए यह फैसला लिया गया है।
Google ने अपनी डिजिटल असिस्टेंट, हार्डवेयर और इंजीनियरिंग टीम में से कई कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। यह बात ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के जरिए सामने आई है।
बता दें कि जिन लोगों की नौकरी गई है, उसमें वॉइस बेस्ड Google Assistant और ऑगमेंटेड रिएलिटी हार्डवेयर टीम के एम्प्लॉई भी शामिल हैं।
अल्फाबेट इंक के स्वामित्व वाली कंपनी Google ने कहा है कि अभी कंपनी कॉस्ट कटिंग के लिए अपने इस अभियान को आगे भी जारी रखेगी।
यह भी पढ़ें : Apps डाउनलोड में Google सबसे आगे, Instagram और Reliance Jio भी रेस में
इस छंटनी की प्रक्रिया में गूगल के सेंट्रल इंजीनियरिंग ऑर्गेनाइजेशन के कर्मचारी भी प्रभावित हुए हैं।
Google के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, 2023 की दूसरी छमाही में, हमारी टीमों ने अधिक कुशल और प्रभावी बनने और अपने संसाधनों को अपनी सबसे बड़ी उत्पाद प्राथमिकताओं के साथ अलाइन करने के लिए कई बदलाव किए हैं।
प्रवक्ता ने आगे कहा, कुछ टीमें इस प्रकार के संगठनात्मक बदलाव करना जारी रख सकती हैं। जिसमें वैश्विक स्तर पर कुछ भूमिकाओं को खत्म करना भी शामिल है।
कंपनी ने कहा कि प्रभावित कर्मचारियों को नोटिस मिलना शुरू हो गया है और उन्हें Google में कहीं भी रिक्त पदों के लिए आवेदन करने का अवसर मिलेगा।
गूगल की इस छंटनी को लेकर सबसे पहले रिपोर्ट सीमफॉर ने दी थी कि गूगल असिस्टेंट टीम में छंटनी हो रही है।
यह भी पढ़ें : स्मार्टफोन बाजार में चुपके से पैठ बना रही चीन की मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरर Transsion
सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में अल्फाबेट वर्कर्स यूनियन ने इस कदम की आलोचना की।
Tonight, Google began another round of needless layoffs. Our members and teammates work hard every day to build great products for our users, and the company cannot continue to fire our coworkers while making billions every quarter. We won’t stop fighting until our jobs are safe!
— Alphabet Workers Union (AWU-CWA) (@AlphabetWorkers) January 11, 2024
अल्फाबेट वर्कर्स यूनियन ने पोस्ट किया, “हमारे सदस्य और टीम के साथी हमारे उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतरीन उत्पाद बनाने के लिए हर दिन कड़ी मेहनत करते हैं, और कंपनी हर तिमाही में अरबों कमाने के बावजूद हमारे सहकर्मियों को नौकरी से निकाल देती है। हम तब तक लड़ना बंद नहीं करेंगे जब तक हमारी नौकरियां सुरक्षित नहीं हो जातीं।”