वाहन बनाने वाली कंपनियां (ओईएम) त्योहारी सीजन में ग्राहकों को खरीदारी के लिए लुभाने के लिए जीएसटी स्लैब में कटौती का फायदा देना शुरू कर रही हैं। मारुति सुजूकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने गुरुवार को कहा था कि वे इसका फायदा ग्राहकों को देंगे। इसके बाद, शुक्रवार को टाटा मोटर्स ने भी घोषणा कर दी कि वे जीएसटी में कमी का पूरा फायदा ग्राहकों को दे रहे हैं। जीएसटी दरों में कटौती से उनकी गाड़ियों की कीमत में 1.55 लाख रुपये तक की कमी आई है। आरसी भार्गव ने कहा कि जीएसटी स्लैब 28 फीसदी (एवं उपकर) से घटकर 18 फीसदी होने के कारण छोटी कारें 8.5-9 फीसदी तक सस्ती हो जाएंगी। केंद्र सरकार ने कारों पर लगने वाला मुआवजा उपकर खत्म कर दिया है।
टाटा मोटर्स यात्री वाहन और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के प्रबंध निदेशक (एमडी) शैलेश चंद्रा ने कहा कि जीएसटी में यह कटौती सही समय पर हुई है. वे इस कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों को दिया जा रहा है जिससे पहली बार कार खरीदने वालों को मदद मिलेगी। इस कटौती के बाद, छोटी कारों का बाजार जो पहले से ही पिछड़ रहा था, अब इस साल 10 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है।
भार्गव ने गुरुवार को कहा था, ‘जीएसटी में इस ताजा कटौती से हमारा अनुमान है कि छोटी कारों का बाजार जो पहले ही घट रहा था, अब इस साल 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ेगा।’ उन्होंने आगे कहा, ‘इसके कारण ही कुल यात्री कार बाजार 6-8 फीसदी तक बढ़ सकता है।’ मारुति की ऑल्टो की कीमत में 40,000–50,000 रुपये की कमी आ सकती है, जबकि वैगन आर के शुरुआती मॉडल की कीमत में 60,000 रुपये से 67,000 रुपये तक की कमी हो सकती है। कंपनी के अधिकारी अभी इस पर काम कर रहे हैं।
जीएसटी परिषद ने बुधवार को छोटी कारों (4 मीटर से कम लंबाई वाली और पेट्रोल के लिए 1200 सीसी से कम और डीजल के लिए 1500 सीसी से कम इंजन क्षमता वाली) पर कर को पहले के 29-31 फीसदी (उपकर सहित) से घटाकर 18 फीसदी कर दिया है।
वहीं, बड़ी कारों (4 मीटर से अधिक, 1500 सीसी से ज्यादा इंजन, और 170 मिमी से ज्यादा ग्राउंड क्लीयरेंस वाली) के लिए कर की दरें 50 फीसदी (उपकर सहित) से घटाकर 40 फीसदी कर दी गई हैं। केंद्र ने क्षतिपूर्ति उपकर वापस ले लिया है। 350 सीसी से कम इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकलों पर भी अब 28 फीसदी के बजाय 18 फीसदी कर लगेगा।