लूना के प्रति भारतीयों की यादों को अब इलेक्ट्रिक लूना तरोताजा कर रही है। फिरोदिया समूह ने अपनी कंपनी काइनेटिक ग्रीन के जरिये फरवरी में लूना का इलेक्ट्रिक वाहन पेश किया था। अपनी सहयोगी कंपनी काइनेटिक ग्रीन को वाहन के कलपुर्जे की आपूर्ति करने वाली काइनेटिक इंजीनियरिंग के प्रबंध निदेशक अजिंक्य फिरोदिया का कहना है कि कंपनी ने साल 2024-25 के लिए इलेक्ट्रिक लूना के 1 लाख वाहन बेचने का लक्ष्य रखा गया है और उसके लिए भारी मांग भी देखी जा रही है।
ई-लूना को भारत के सबसे किफायती इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में से एक माना जा रहा है। उसकी कीमत 69,990 रुपये से लेकर 74,990 रुपये के बीच है। उल्लेखनीय है कि ओला इलेक्ट्रिक भी ओल एस-1 एक्स स्कूटरों के लिए भी 79,999 रुपये की कीमत पेश कर रही है।
काइनेटिक एनर्जी के प्रबंध निदेशक अजिंक्य फिरोदिया ने कहा, ‘दोपहिया वाहन बाजार में 99 फीसदी दबदबा स्कूटरों का है। मगर हम पहले ही बाजार में महत्त्वपूर्ण बढ़त बना चुके हैं और करीब 5 हजार वाहन बेच चुके हैं। हमारा लक्ष्य अगले वित्त वर्ष तक 1 लाख वाहनों की बिक्री का है।’
केईएल ने काइनेटिक ग्रीन को ई-लूना के लिए कलपुर्जों की आपूर्ति की है। महज 10 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से चार्जिंग की सुविधा मिलने से यह बाइक पेट्रोल की तुलना में ग्राहकों का बड़ा बचत कराती है। चालू वित्त वर्ष में अब तक काइनेटिक ग्रीन ने 5,740 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री की है।
कंपनी की अभी बाजार हिस्सेदारी 1 फीसदी हो गई है। काइनेटिक ग्रीन के पास अभी फ्लेक्स और जिंग ब्रांड के तहत स्कूटर है और सफर ब्रांड के तहत तीन पहिया वाहन है। काइनेटिक इंजीनियरिंग 500 करोड़ डॉलर की फिरोदिया समूह की कंपनियों की एक प्रमुख कंपनी है।