तीन इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों – ओला इलेक्ट्रिक, टीवीएस मोटर्स और एथर एनर्जी ने कैलेंडर वर्ष 2023 के पहले दो महीने के दौरान सभी 1,26,349 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के पंजीकरण में संयुक्त रूप से 60 प्रतिशत हिस्सेदारी दर्ज की है। केवल फरवरी में भी उनकी सामूहिक हिस्सेदारी 61 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
प्रभावित कंपनियों में से कई का कहना है कि सरकार के कुछ प्रमुख कंपनियों की फेम सब्सिडी निलंबित करने के फैसले के परिणाम स्वरूप ऐसा हुआ है। पूर्व शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप के बाद इन कंपनियों की जांच लंबित थी।
कैलेंडर वर्ष 2022 के दौरान कुल पंजीकरण में ओला, टीवीएस और एथर की सामूहिक रूप से केवल 34 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
लेकिन वर्ष 2022 में ओकिनावा और हीरो इलेक्ट्रिक, जो सब्सिडी के संबंध में जांच के दायरे में रही हैं, ने पिछले साल पंजीकृत कुल छह लाख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में 32 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी। लेकिन अब उनकी हिस्सेदारी वर्ष 2023 के पहले दो महीने में आधे से भी कम (16 प्रतिशत) रह गई है।
कुछ हद तक फेम-2 सब्सिडी की दिक्कतों और निश्चित रूप से महीने के कम दिनों की वजह से फरवरी में पंजीकरण पिछले महीनों की तुलना में साफ तौर पर धीमा हुआ है। ई-दोपहिया वाहनों के पंजीकरण में चार प्रतिशत से भी ज्यादा गिरावट आई है।
एसएमईवी के अधिकारियों का कहना है कि अगस्त से 1,200 करोड़ रुपये की फेम-2 सब्सिडी लंबित है, जिससे कई कंपनियों की कार्यशील पूंजी प्रभावित हुई है।