भारत में विकसित ऐप की अर्थव्यवस्था व्यापक इस्तेमाल वाले दूसरे क्षेत्रों में काफी पीछे है। इन क्षेत्रों में आप सोशल मीडिया, मैसेजिंग, सर्च और वीडियो को शामिल कर सकते हैं, जिनमें Google और Meta जैसी वैश्विक तकनीकी कंपनियों का दबदबा है। भारत चीन जैसे देशों से भी पीछे है जहां विकसित ऐप ने न केवल अपने देश में दबदबा बना लिया है बल्कि TikTok जैसे कुछ ऐप्स तो वैश्विक क्षेत्र में बड़ी कंपनियों के ऐप को टक्कर दे रहे हैं। हालांकि, सरकार की कुछ मदद से चीजें थोड़ी बदल रही हैं। सरकार ने तकनीकी दिग्गजों की कई ऐप को या तो ब्लॉक कर दिया है या प्रतिबंधित कर दिया है। कुछ श्रेणियों में घरेलू ऐप धीरे-धीरे अपनी मौजूदगी का अहसास करा रहे हैं। भले ही यह चाइनीज मॉडल जैसा ही हो पर यह शुरुआत तो है।
ICEA ने सोशल मीडिया श्रेणी में चीन में विकसित ऐप के आंकड़े जुटाए हैं। इनसे पता चलता है कि टिकटॉक जो कहीं नहीं था वह ऊपरी श्रेणी में पहुंच गया है। वर्ष 2020 में यह ऐप दुनिया के शीर्ष 100 ऐप में भी शामिल नहीं था, पर आज इसके एक अरब से ज्यादा ऐक्टिव मासिक सब्सक्राइबर हैं। इनमें करीब 80 करोड़ चीन में हैं जहां उसके प्रतिद्वंद्वी इंस्टाग्राम पर प्रतिबंध है। TikTok का राजस्व 4.6 अरब डॉलर से अधिक है। जबकि Instagram 47 अरब डॉलर से अधिक। कैलेंडर वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में टिकटॉक डाउनलोड और राजस्व के मामले में तेजी से बढ़ता ऐप रहा है।
Facebook के दुनियाभर में 2.9 अरब सब्सक्राइबर हैं, जिस पर चीन में प्रतिबंध है। हालांकि यह भी वैश्विक सब्सक्राइबर के लिहाज से टॉप लिस्ट में शामिल हो सकता है, लेकिन चीन के WeChat के चीन में 1.2 अरब सब्सक्राइबर हैं। यह Facebook और WhatsApp जैसी सेवाएं देता है और उसका राजस्व 5.5 अरब डॉलर है।
App Annie डेटा के अनुसार भारत में पिछले दिसंबर तिमाही में सोशल मीडिया श्रेणी की बात करें तो डाउनलोड में Instagram, Facebook (करीब 50 करोड़ सब्सक्राइबर), Snapchat (14.4 करोड़ सब्सक्राइबर) और WhatsApp (करीब 48.7 करोड़ सब्सक्राइबर) शीर्ष चार रहे। TikTok इसमें शामिल नहीं है, क्योंकि इस पर प्रतिबंध है।