भारतीयों में प्रीमियम कार की बढ़ती चाहत के बीच 2024 में प्री-ओन्ड (सेकंड हैंड) लक्जरी कारों ने बिक्री के मामले में नई लक्जरी कारों को पछाड़ दिया। उद्योग का अनुमान है कि पिछले साल देश भर में करीब 80,000 प्री-ओन्ड लक्जरी कार बिकीं, जबकि इस दौरान 50,000 नई लक्जरी कार ही बिकीं। दिलचस्प है कि इससे पहले किसी भी साल देश में 50,000 लक्जरी कार नहीं बिक पाई थीं।
भारत में वाहनों का बाजार प्रीमियम होता जा रहा है और यूटिलिटी वाहनों की बढ़ती बिक्री इसका सबूत है। कुल यात्री वाहनों में यूटिलिटी वाहनों की हिस्सेदारी 2024-25 में 65 फीसदी तक पहुंच गई, जो उससे एक साल पहले 60 फीसदी ही थी। स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) की हिस्सेदारी ही बढ़कर 50 फीसदी हो चुकी है। भारत में बीएमडब्ल्यू ग्रुप के प्रेसिडेंट और सीईओ विक्रम पावा बताते हैं कि युवा और कामयाब लोग यूज्ड लक्जरी कारों में बहुत अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं। वह कहते हैं, ‘खरीदारों की औसत उम्र घटकर 35-40 साल पर आ गई है। इनकी जीवनशैली और शख्सियत जिस सक्रियता से भरी है उसी मिजाज की कार रखना भी ये पसंद करते हैं।’
पावा बताते हैं कि बीएमडब्ल्यू प्रीमियम सेलेक्शन के नाम से भारत में चल रहा प्री-ओन्ड प्रीमियम कार का उनका कारोबार 2024 में साल भर पहले के मुकाबले 47 फीसदी बढ़ गया। उनका कहना है कि कोविड-19 के बाद लक्जरी प्री-ओन्ड कार के प्रति ग्राहकों का नजरिया एकदम बदल गया है और बीएमडब्ल्यू प्रीमियम सेलेक्शन की बिक्री 2019 की तुलना में 146 फीसदी बढ़ गई है।
यूज्ड कारों के डीलर बताते हैं कि 2024 में नई लक्जरी कारों ने 50,000 का बिक्री आंकड़ा छूकर रिकॉर्ड बनाया तो यूज्ड लक्जरी कार भी 80,000 तक पहुंच गईं। दिल्ली-एनसीआर में प्री-ओन्ड लक्जरी कार का कारोबार करने वाली लक्जरी कार्ट के संस्थापक और सीईओ हिमांशु आर्य ने कहा, ‘2024 में 80,000 प्री-ओन्ड लक्जरी कार बिकीं, जो अब तक का रिकॉर्ड है। अभी नई और पुरानी लक्जरी कारों की बिक्री का अनुपात 1:1.6 है मगर कई पश्चिमी बाजारों से यह बहुत कम है। पश्चिम में अनुपात 1:3 है यानी हर 1 नई कार बिकने पर 3 प्री-ओन्ड कार भी बिकती हैं।’
आर्य के हिसाब से भारत की सड़कों पर अभी करीब 5 लाख लक्जरी कार दौड़ रही हैं। बढ़ते मध्य वर्ग और उसकी बढ़ती आय तथा हसरतों के कारण मांग में भी इजाफा हो रहा है। लोग तेजी से कार बदल रहे हैं और प्री-ओन्ड कार बाजार में गाड़ियों की तादाद बढ़ती जा रही है। पावा ने कहा, ‘किसी जमाने में 5-6 साल पुरानी प्री-ओन्ड कार खूब बिक रही थीं मगर अब नई पीढ़ी 2-3 साल पहले बनी प्री-ओन्ड कार ही पसंद कर रही है।’ उन्होंने बताया कि बीएमडब्ल्यू की 3-सीरीज, 5-सीरीज, 6-सीरीज, 7-सीरीज और एक्स1 ऐसे ग्राहकों को खूब पसंद आ रही हैं।
आर्य बताते हैं कि जिस व्यक्ति के पास पहले ही 25-30 लाख रुपये की एसयूवी है, उसे बीएमडब्ल्यू एक्स1 बेचना बहुत आसान हो जाता है। पिछले साल प्री-ओन्ड लक्जरी कार की औसत कीमत 41-42 लाख रुपये के आसपास थी, जबकि नई लक्जरी कार के लिए औसतन 81 लाख रुपये खर्च करने पड़ रहे थे। बीएमडब्ल्यू की प्रतिद्वंद्वी मर्सिडीज बेंज इंडिया और ऑडी इंडिया की प्री-ओन्ड कार भी 2024 में काफी बिकी हैं। मर्सिडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ संतोष अय्यर ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि उनकी कंपनी की बहुत कम प्री-ओन्ड उपलब्ध हैं, इसलिए बाजार में उनकी मांग बहुत ज्यादा रहती है। इसीलिए 2024 में सर्टिफाइड कार कारोबार 25 फीसदी बढ़ गया।
साल 2023 में अपना प्री-ओन्ड लक्जरी कार कारोबार शुरू करने वाली वॉल्वो कार इंडिया की बिक्री भी काफी अच्छी रही। वॉल्वो कार इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्योति मल्होत्रा ने बताया कि बिक्री अनुमान से बहुत अधिक रही।
ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने भी स्वीकार किया कि प्री-ओन्ड कार उनके कारोबार में अच्छी वृद्धि करा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘2025 की पहली तिमाही में हमारा ऑडी अप्रूव्ड: प्लस कारोबार 23 फीसदी बढ़ा। 2024 में इसमें कुल 32 फीसदी इजाफा हुआ था।’ वह भी मानते हैं कि दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलूरु जैसे महानगरों मे लोग लक्जरी कार के मालिक बनने की ख्वाहिश रखते हैं, जिसकी वजह से कारोबार बढ़ रहा है। लेकिन मझोले और छोटे शहरों से भी ऑडी को अच्छा कारोबार मिल रहा है। बीएमडब्ल्यू का कहना है कि उसकी प्री-ओन्ड कारों की बिक्री में महानगरों और मझोले-छोटे शहरों की आधी-आधी हिस्सेदारी है। पावा ने बताया, ‘जयपुर, कोच्चि, चंडीगढ़, लखनऊ जैसे शहरों में पहले से काफी ज्यादा लोग प्री-ओन्ड कार खरीदने को तैयार हो रहे हैं।’
पहली बार लक्जरी कार खरीदने वालों की तादाद भी बढ़ रही है। अय्यर को उभरते बाजारों में पहली बार लक्जरी कार खरीदने वालों का प्री-ओन्ड कार लेना अच्छा रुझान लग रहा है। लेकिन उनके हिसाब से प्रमुख महानगर अब भी बिक्री में ज्यादा हिस्सेदारी रखते हैं। मुंबई के दो प्री-ओन्ड कार डीलरों ने बताया कि कई डीलर 1 लाख रुपये में 3 साल के लिए या 45,000 किलोमीटर दूरी तय होने तक मेंटनेंस पैकेज दे रहे हैं। उनका कहना है कि जब लोगों को मेंटनेंस का खर्च आम कार के जितना ही लगता है तो लक्जरी कार खरीदने की उनकी हिचक दूर हो जाती है