राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएचएफएस-5) में भविष्य के उस नीति निर्माण की दिशा छिपी हुई है जिसे अगर सही तरीके से पढ़ा जाए तो भारत को जनांकीय अवसरों का अधिकतम लाभ लेने में मदद मिल सकती है। एक सुर्खी तो यह है कि देश में पहली बार 1,000 पुरुषों पर महिलाओं का अनुपात 1,020 हो […]
बालिका संख्या बढ़ी मगर प्रजनन दर घटी
वर्ष 2015-16 और 2019-21 के बीच देश की प्रजनन दर – प्रति महिला बच्चों की दर 2.2 से घटकर दो रह गई है। जनसंख्या विशेषज्ञों ने कहा है कि इस बदलाव के लिए बदलती जीवनशैली, महिला सशक्तीकरण और सरकारी स्वास्थ्य योजनाएं जिम्मेदार हैं। संयुक्त राष्ट्र के मानकों के अनुसार भारत की प्रजनन दर प्रतिस्थापन स्तर […]