facebookmetapixel
FPI की निकासी जारी, दिसंबर के 12 दिनों में ही ₹18 हजार करोड़ उड़ गएसस्ता टिकट या बड़ा धोखा? हर्ष गोयनका की कहानी ने खोल दी एयरलाइंस की पोलMCap: टॉप 8 कंपनियों का मार्केट वैल्यू ₹79,129 करोड़ घटा; Bajaj Finance और ICICI Bank सबसे बड़े नुकसान मेंRobert Kiyosaki ने खोले 6 निवेश के राज, जिन्हें अपनाकर आप बन सकते हैं अमीर!IRCTC टिकट बुकिंग में नया सिस्टम, फर्जी अकाउंट्स अब नहीं बचेंगेDelhi Weather Today: दिल्ली पर घना कोहरा, AQI 500 के करीब; GRAP स्टेज-4 की कड़ी पाबंदियां लागूElon Musk का अगला बड़ा दांव! SpaceX की IPO प्लानिंग, शेयर बिक्री से ₹800 अरब डॉलर वैल्यूएशन का संकेतUP: सांसद से प्रदेश अध्यक्ष तक, पंकज चौधरी को भाजपा की नई जिम्मेदारीइनकम टैक्स डिपार्टमेंट का अलर्ट: फर्जी डोनेशन क्लेम पर टैक्सपेयर्स को मिलेगा SMS और ईमेलदिल्ली की हवा फिर बिगड़ी, AQI 450 के करीब पहुंचते ही GRAP स्टेज-4 के सभी नियम पूरे NCR में लागू
लेख

राजकोषीय सुदृढ़ीकरण अब है केंद्र की बारी

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण महज कुछ सप्ताह में अपना लगातार चौथा बजट पेश करेंगी। स्वतंत्र भारत में अब तक 23 वित्त मंत्री (तीन प्रधानमंत्रियों को छोड़कर) हुए हैं जिन्होंने अपने कार्यकाल में कम से कम एक बजट पेश किया है। परंतु इनमें से केवल आठ को लगातार चार बजट पेश करने का गौरव प्राप्त […]

लेख

प्रणव मुखर्जी के संस्मरण असलियत से किनारा?

दिवंगत प्रणव मुखर्जी के संस्मरणों के तीन खंड पढऩे के बाद यदि आप चौथा खंड द प्रेसिडेंशियल इयर्स (2012-17) पढ़ेंगे तो आपका ध्यान इस बात पर जाएगा कि उनका मिजाज बदल गया है और वह सच कहने से बच रहे हैं। मैं यह नहीं कह रहा कि उन्होंने झूठ लिखा है। वह केवल सच बयान […]

लेख

प्रणव मुखर्जी का वित्तमंत्री के तौर पर योगदान

भारत के केवल पांच वित्त मंत्रियों को ही अलग-अलग समय पर यह महत्त्वपूर्ण मंत्रालय दो बार संभालने का मौका मिला है। प्रणव मुखर्जी उन लोगों में से एक थे लेकिन बाकियों से एक बड़ा फर्क भी था। बाकी चारों ऐसे वित्तमंत्रियों- टी टी कृष्णमचारी, मोरारजी देसाई, यशवंत सिन्हा और पी चिदंबरम के दोनों कार्यकाल के […]

ताजा खबरें

वैश्विक मंदी के दौर में अर्थव्यवस्था के केवट

विनम्र स्वभाव वाले प्रणव मुखर्जी को बचपन में घर पर सब पोल्टू कहकर बुलाते थे। 11 दिसंबर,1935 को पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले के मिराती गांव में उनका जन्म हुआ था। उनके पिता कामदा किंकर मुखर्जी तथा माता राजलक्ष्मी मुखर्जी, दोनों ही स्वतंत्रता सेनानी थे। इंदिरा गांधी ने मुखर्जी की राजनीतिक प्रतिभा को पहचाना और […]

विशेष

सियासी समझदारी के साथ देश को दिशा देने वाले राजनेता

वह 22 मई, 2004 की गर्म शाम थी। एक दिन बाद ही संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का शपथ ग्रहण होने वाला था। गठबंधन सरकार बनाने और चलाने का कांग्रेस का यह पहला बड़ा दांव था। उस समय तमाम समाचार चैनल अगली सरकार के खाके और संभावित मंत्रियों के नामों पर अटकलबाजी में लगे थे। […]