बदले हालात में पीई फंड हुए यथार्थवादी
अब भूतकाल के बेहतर प्रदर्शन को भविष्य में बेहतर प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता। भारत और वैश्विक प्राइवेट इक्विटी फंड बार-बार निवेशकों इस बात का अहसास करा रहे हैं। टूटते बाजार और कमजोर मैक्रो इकोनॉमिक्स परिदृश्य के चलते ये फंड बार-बार रिटर्न के लक्ष्य को रिवाइज कर रहे हैं। एक औद्योगिक विशेषज्ञ का […]