बैंकों, एनबीएफसी व कंपनियों की बैलेंस शीट साफ करे भारत
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने राजकोषीय घाटे पर लगाम लगाने के कदम उठाने के साथ कोविड-19 के हमले के पहले अगर मध्यावधि के हिसाब से कोई असंतुलन है तो ऐसी स्थिति में बैंकों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों व कॉर्पोरेट के बैलेंस शीट को तेजी से साफ करने का सुझाव दिया है। बाह्य क्षेत्र पर अपनी […]
विश्वास और विश्वसनीयता का संकट कैसे हो दूर?
रूस का एक सूत्र वाक्य है कि यकीन करो लेकिन पुष्टि भी करो। मिखाइल गोर्बाचेफ को चिढ़ाने के लिए रोनाल्ड रीगन प्राय: दोनों देशों की बैठकों में इसे दोहराते रहते थे। विश्वास करना और पुष्टि करना निस्संदेह नागरिकों और सरकार के बीच सफल रिश्ते के बुनियादी तत्त्व हैं। इसी तरह भारत को अपनी सीमाओं की […]
महिलाओं की कामकाजी भूमिका का पैमाना है बोर्डरूम की विविधता
कुछ दिन पहले इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज (आईआईएएस) की तरफ से आई एक रिपोर्ट में भारतीय कंपनियों के बोर्डरूम की विविधता को लेकर कुछ अच्छी खबरें आई हैं। मसलन, कंपनियों के बोर्डरूम में महिलाओं का समग्र प्रतिनिधित्व मार्च 2014 के छह फीसदी से साल-दर-साल बढ़ते हुए 17 फीसदी हो गया है। इस रिपोर्ट ने उस […]
जोखिम कम करने के लिए चाहिए एक वैश्विक फंड
संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75वें वर्ष में बहुत कम लोग ऐसे हैं जो बहुपक्षीयता का झंडा बुलंद कर रहे हैं। मैं पहले भी कह चुका हूं कि कोविड-19 महामारी के बाद इस बात की काफी संभावना है कि विभिन्न देश अपने-अपने स्तर पर सिमट जाएं और किसी विषय को लेकर व्यापक मोलतोल की गुंजाइश […]