facebookmetapixel
सिडनी के बॉन्डी बीच पर यहूदी समारोह के पास गोलीबारी, कम से कम 10 लोगों की मौतऑटो इंडस्ट्री का नया फॉर्मूला: नई कारें कम, फेसलिफ्ट ज्यादा; 2026 में बदलेगा भारत का व्हीकल मार्केटDelhi Pollution: दिल्ली-NCR में खतरनाक प्रदूषण, CAQM ने आउटडोर खेलों पर लगाया रोकशेयर बाजार में इस हफ्ते क्यों मचेगी उथल-पुथल? WPI, विदेशी निवेशक और ग्लोबल संकेत तय करेंगे चालFPI की निकासी जारी, दिसंबर के 12 दिनों में ही ₹18 हजार करोड़ उड़ गएसस्ता टिकट या बड़ा धोखा? हर्ष गोयनका की कहानी ने खोल दी एयरलाइंस की पोलMCap: टॉप 8 कंपनियों का मार्केट वैल्यू ₹79,129 करोड़ घटा; Bajaj Finance और ICICI Bank सबसे बड़े नुकसान मेंRobert Kiyosaki ने खोले 6 निवेश के राज, जिन्हें अपनाकर आप बन सकते हैं अमीर!IRCTC टिकट बुकिंग में नया सिस्टम, फर्जी अकाउंट्स अब नहीं बचेंगेDelhi Weather Today: दिल्ली पर घना कोहरा, AQI 500 के करीब; GRAP स्टेज-4 की कड़ी पाबंदियां लागू
कंपनियां

बीमा क्षेत्र में भी क्रेडिट स्कोर!

भारतीय बीमा निर्यात एवं विकास प्रा​धिकरण (आईआरडीएआई) बढ़ते फर्जीवाड़े को रोकने के लिए क्रेडिट स्कोर की गणना के लिए बीमा धोखाधड़ी को एक मानदंड के तौर पर शामिल करने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। यह प्रस्ताव आईआरडीएआई और साधारण बीमा परिषद द्वारा गठित कार्यशील समूह की सिफारिशों का हिस्सा है। समूह ने सुझाव […]

बाजार

एलआईसी ने बाजार से की जबरदस्त मुनाफावसूली

बीमा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने वित्त वर्ष 2022 में शेयर बाजारों  से  अपने निवेश पर 42,000 करोड़ रुपये की मुनाफावसूली की,  जो वित्त वर्ष  2021 में 36,000 करोड़ रुपये के मुकाबले 16.6 फीसदी ज्चादा है। एलआईसी देश की सबसे बड़ी परिसंपत्ति  प्रबंधक है और उसके पास  42 लाख करोड़ […]

कंपनियां

एलआईसी का शुद्घ मुनाफा 18 फीसदी घटा

बीमा क्षेत्र की दिग्गज भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का एकल शुद्घ मुनाफा वित्त वर्ष 2022 की जनवरी-अप्रैल तिमाही में 18 फीसदी घटकर 2,371.55 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,893.48 करोड़ रुपये था। हालांकि पूरे वित्त वर्ष 2022 में एलआईसी का शुद्घ मुनाफा 39.4 फीसदी बढ़कर 4,043.12 करोड़ […]

बाजार

एलआईसी को तीन गुना अभिदान

बीमा क्षेत्र की दिग्गज भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को पेशकश के मुकाबले 2.95 गुना शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं। देश में यह अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था, जिसके लिए 43,933.50 करोड़ रुपये की बोलियां लगीं। इसमें सबसे अधिक बोलियां देसी निवेशकों ने लगाईं, जिनमें छोटे यानी […]

अर्थव्यवस्था

उद्योग की वृद्घि में नरमी के संकेत

बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च तिमाही) के लिए कंपनियों के शुरुआती नतीजों से संकेत मिलता है कि आने वाली तिमाहियों में कारोबारी जगत की वृद्घि में नरमी देखी जा सकती है। बिज़नेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल 81 कंपनियों के नतीजों में चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्घ बिक्री 15.1 फीसदी बढ़ी है, जो […]

बाजार

बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेशकों का 40 फीसदी निवेश

बीमा क्षेत्र के शेयरों ने देसी बाजार में जून में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश का 40 फीसदी से ज्यादा आकर्षित किया। विदेशी निवेशकों ने पिछले महीने कुल 2.35 अरब डॉलर निवेश किया, जिसमें से बीमा कंपनियों ने 0.97 अरब डॉलर का निवेश हासिल किया। आईआईएफएल सिक्योरिटीज के नोट में ये बातें कही गई है। बीमा के […]

ताजा खबरें

पेंशन में बढ़ सकता है एफडीआई

सरकार पेंशन क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा बढ़ाकर 74 प्रतिशत कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि इस सिलसिले में मॉनसून सत्र में विधेयक लाया जा सकता है। पिछले महीने संसद ने बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा को 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने के लिए कानूनी संशोधन को […]

ताजा खबरें

बीमा क्षेत्र में 74 प्रतिशत एफडीआई को मिली मंत्रिमंडल की मंजूरी

मंत्रिमंडल ने आज बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मौजूदा 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने के लिए बीमा अधिनियम में बदलाव को मंजूरी दे दी। कैबिनेट की मंजूरी के बाद बदलाव को मंजूरी देने के लिए संसद में विधेयक पेश किया जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि संसद से इसे मंजूरी मिलने […]

लेख

बजट में परिवर्तन स्पष्ट लेकिन क्या होगा पर्याप्त?

आर्थिक नीति के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती निजी निवेश में आया धीमापन है। सरकारी बैंकों के निजीकरण और बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) बढ़ाने के प्रस्ताव इस दिशा में नई प्रतिबद्धता जताते हैं। राजकोषीय पारदर्शिता के क्षेत्र में भी प्रगति हुई है और कल्याणकारी पहलों और कर दरों में इजाफे पर अंकुश लगा […]

बजट

नए निकाय से बॉन्ड बाजार को दम!

कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार में तरलता बढ़ाने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण स्थायी सांस्थानिक प्रारूप बनाने का प्रस्ताव किया है। हालांकि बॉन्ड बाजार के भागीदारों का कहना है कि इसके प्रारूप को देखने के बाद ही इसकी सफलता के बारे में कुछ कहा जा सकता है। सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा, ‘दबाव […]