उद्योग जगत के कर्ज बोझ में कमी
कॉरपोरेट मुनाफे में तेजी और पूंजीगत खर्च में भारी गिरावट से भारतीय उद्योग जगत को पिछले वित्त वर्ष अपना कर्ज बोझ घटाने में मदद मिली। प्रमुख सूचीबद्घ कंपनियों (बैंकों, बीमा, और एनबीएफसी को छोड़कर) द्वारा संयुक्त उधारी 32.7 लाख करोड़ रुपये से सालाना आधार पर 5.6 प्रतिशत घटकर वित्त वर्ष 2021 के अंत में 30.8 […]
संसद में विनियोग विधेयक पर चर्चा के बीच सरकार पर कर्ज बोझ का मुद्दा एक अहम विषय बन गया है। सरकार कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए व्यय बढ़ा रही है, लेकिन उपलब्ध राजस्व कम पडऩे से बाजार से रकम उधार ले रही है। हालांकि संसद में बजट के साथ पेश मध्यम […]