रिजर्व बैंक के उपायों की कमी से निजात
गत 4 मई को भारतीय रिजर्व बैंक ने रीपो दर में 0.4 प्रतिशत का इजाफा कर दिया। इसकी प्रमुख वजह थी उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति की बढ़ती दर से निपटना जो अब बढ़कर 7.8 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है। हालांकि मूल्य स्थिरता के दृष्टिकोण से इसका स्वागत ही किया गया लेकिन देश में उत्पादन […]
उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति पर ध्यान देना आवश्यक
मौद्रिक नीति के मूल में यह बात है कि मुद्रास्फीति को नियंत्रित किया जाए अथवा विनिमय दर को। पिछले दशकों में एक दलील यह भी थी कि विनिमय दर को स्थिर बनाकर हमने घरेलू कीमतों को स्थिर कर दिया है। मुद्रास्फीति को लक्षित करने का विकल्प कभी नहीं चुना गया क्योंकि कई अन्य पहलुओं पर […]
भारतीय अर्थव्यवस्था कितनी भी संकटग्रस्त हो लेकिन वह किसी भी अन्य अर्थव्यवस्था से बेहतर नजर आ रही है। कीमतों से शुरुआत करते हैं। अमेरिका में उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति 8.5 फीसदी पर है जो 40 वर्षों का उच्चतम स्तर है। यूरो क्षेत्र की बात करें तो वहां यह 7.5 फीसदी है। ये वो अर्थव्यवस्थाएं हैं जहां […]
उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति की दर सितंबर महीने में घटकर 4.35 फीसदी पर आ गई जो कि पांच महीनों का निचला स्तर है। इससे पिछले महीने यह 5.59 फीसदी पर रही थी। आज जारी किए गए आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि इस दौरान खाद्य कीमतों में 0.68 फीसदी की बहुत कम रफ्तार से वृद्घि […]