गोवा राज्य अवसंरचना विकास निगम :जीएसआईडीसी: के उपाध्यक्ष सिद्धार्थ कुंकोलिंकर ने कहा, गोवा सरकार ने वर्तमान स्मारक को तोड़कर उसके स्थान पर नया स्मारक बनाने का फैसला किया है जिस पर गोवा के मुक्ति संघर्ष का इतिहास प्रदर्शित किया जाएगा।
निगम इस स्मारक का निर्माण करेगा और उसके लिए उसने प्राथमिक वास्तुशिल्पीय योजना भी हासिल कर ली है।
यह स्मारक महाराष्ट्र-गोवा सीमा से महज कुछ दूरी पर है। इस स्थान का ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि 1955 में जब 31 सत्याग्रही गोवा में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थे तब पुर्तगाली सैनिकों ने उन्हें मार डाला था। गोवा को 19 दिसंबर, 1961 को मुक्त कराया गया।
कुंकोलिंकर ने कहा, राज्य का प्रवेश द्वार पत्रादेवी स्मारक एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसका डिजायन इस तरह तैयार किया जाएगा जो गोवा के मुक्ति संग्राम की झलक पेश करेगी।
उन्होंने कहा कि इसका उद्घाटन 19 दिसंबर को किया जाएगा।