चाबहार बंदरगाह पर अमेरिकी सख्ती को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा: हम अभी प्रभावों का आकलन कर रहेIPO का धमाका: अगले हफ्ते लॉन्च होंगे 9 बड़े आईपीओ, निवेशकों को मिलेगा सुनहरा मौकाSEBI ने अदाणी ग्रुप को RPT केस से दी राहत, लेकिन अभी भी दो गंभीर आरोपों की जांच जारीPension Rule Change: 1 अक्‍टूबर से बदल जाएंगे NPS, UPS और अटल पेंशन योजना के ये नियम, जानें डिटेल्सJSW Energy ₹1,728 करोड़ में टिडोंग पावर प्रोजक्ट को खरीदेगी, 150 मेगावॉट बिजली का होगा उत्पादनMarket This Week: ट्रेड डील की उम्मीद से 1% चढ़े सेंसेक्स-निफ्टी, निवेशकों की दौलत ₹7.15 लाख करोड़ बढ़ीExplainer: 7 करोड़ EPFO सब्सक्राइबर्स के लिए खुशखबरी! ‘पासबुक लाइट’ से कैसे होगा फायदा₹586 करोड़ का नोटिस! Maharatna PSU को टैक्स डिपार्टमेंट ने भेजा शो-कॉज नोटिस, जानें डिटेल्सRBI ने बैंकों को डेबिट कार्ड, लेट पेमेंट और मिनिमम बैलेंस फीस घटाने का दिया निर्देश, ग्राहकों को राहत देने की कोशिशPharma stock: 30 दिन में 11% रिटर्न का मौका, ब्रोकरेज ने दिया ₹1032 का टारगेट
अन्य समाचार अदालत ने मुखी और तुली के बीच विवाद के निपटारे के लिए मध्यस्थ नियुक्त किया
'

अदालत ने मुखी और तुली के बीच विवाद के निपटारे के लिए मध्यस्थ नियुक्त किया

PTI

- October,21 2013 9:53 PM IST

मुंबई, 21 अक्तूबर :भाषा: पूर्व विश्व सुंदरी युक्ता मुखी के वैवाहिक विवाद मामले में आज एक नया मोड़ आया जब मुखी और उनके अलग रह रहे पति प्रिंस तुली ने आज बंबई उच्च न्यायालय से उनके बीच विवाद का निपटारा करने के लिए एक मध्यस्थ की नियुक्ति करने का अनुरोध किया।

दंपति के अनुरोध पर न्यायमूर्ति साधना जाधव ने विधिक सहायता समिति से एक वरिष्ठ अधिवक्ता को मध्यस्थ नियुक्त करने को कहा।

मध्यस्थ दोनों पक्षों को सुनेंगे और 19 नवंबर को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।

इस बीच, तुली को अदालत से गिरफ्तारी से पहले ही मिली अंतरिम सुरक्षा जारी रहेगी। अदालत ने तुली की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए गिरफ्तारी से उन्हें अंतरिम छूट दी थी।

इस साल जुलाई में पुलिस को दी गई शिकायत में मुखी ने अपने पति पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उनके साथ घरेलू हिंसा की और उन्हें अप्राकृतिक यौनाचार के लिए मजबूर किया। उन्होंने अपने सास-ससुर पर उनके साथ क्रूरता करने और उन्हें प्रताडि़त करने का भी आरोप लगाया था। गिरफ्तारी के डर से तुली और उनके परिवार ने अग्रिम जमानत मांगी थी।

मुखी और तुली ने हाल में अदालत से कहा था कि वे अपने विवाद के सौहार्दपूर्ण समाधान तक नहीं पहुंच सके। इससे पहले न्यायाधीश ने उन्हें अपने चैंबर में बुलाया था और विवाद का निपटारा करने का प्रयास किया था लेकिन यह प्रयास सफल नहीं हो सका था।

हालांकि, आज मामले ने नया मोड़ लिया जब दोनों पक्षों ने सूचित किया कि वे अपना विवाद मध्यस्थ को भेजने पर सहमत हैं। मुखी और तुली ने अदालत से मध्यस्थ नियुक्त करने का अनुरोध किया जिसके बाद न्यायाधीश ने कानूनी सहायता समिति से एक वरिष्ठ वकील को नियुक्त करने को कहा।

गत 31 अगस्त को सत्र अदालत ने तुली की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। उसी अदालत ने इससे पहले उन्हें गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान की थी।

संबंधित पोस्ट