Stock Market Closing Bell Thursday, September 18, 2025: एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार गुरुवार (18 सितंबर) को मजबूती के साथ बंद हुए। इसी के साथ घरेलू बाजारों में लगातार तीसरे ट्रेडिंग सेशन में बढ़त दर्ज की गई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती के फैसले का निवेशकों के सेंटीमेंट्स पर पॉजिटिव असर पड़ा। साथ ही फेड के इस कदम से फार्मा और आईटी शेयरों में खरीदारी देखने को मिली, जिससे बाजार को सपोर्ट मिला।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 400 से ज्यादा अंक उछलकर 83,108 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 83,141 तक चढ़ गया था। हालांकि, कारोबार के दौरान थोड़ी मुनाफावसूली देखने को मिली। अंत में यह 320.25 अंक या 0.39 फीसदी की बढ़त के साथ 83,013.96 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty5-0) भी मजबूती के साथ 25,441 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 25,448 अंक के इंट्रा-डे हाई तक गया। अंत में यह 93.35 अंक या 0.37 फीसदी की बढ़त के साथ 25,423 पर क्लोज हुआ।
कोटक सिक्योरिटीज में इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा, ”बाजार में तेजी का सिलसिला जारी है। निफ्टी 93 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स में 320 अंकों की मजबूती देखने को मिली। सेक्टोरल परफॉर्मेंस की बात करें तो फार्मा और हेल्थकेयर इंडेक्स में 1% से ज्यादा की बढ़त रही। कुछ चुनिंदा डिफेंस स्टॉक्स में इंट्राडे मुनाफावसूली देखने को मिली। तकनीकी रूप से देखें तो बाजार ने गैप-अप ओपनिंग के बाद ऊपरी स्तरों पर बिकवाली का दबाव देखा। लेकिन शॉर्ट टर्म आउटलुक अब भी पॉजिटिव बना हुआ है।”
उन्होंने कहा, ”डे ट्रेडर्स के लिए निचला सपोर्ट 25,300/82700 के आसपास है। हमारा मानना है कि जब तक बाजार इस स्तर के ऊपर ट्रेड करता है, तब तक तेजी का रुझान बना रहेगा। ऊपर की ओर देखें तो 25,500/83300 का स्तर बुल्स के लिए इमीडिएट रेजिस्टेंस जोन का काम करेगा। यदि बाजार इस रेजिस्टेंस को डिसाइसवली (Decisively) तोड़ता है, तो यह 25,600–25,625/83500–83600 तक जा सकता है। वहीं दूसरी ओर, अगर बाजार 25,300/82700 के नीचे फिसलता है, तो अपट्रेंड कमजोर पड़ सकता है और ट्रेडर्स अपनी लॉन्ग पोजीशन से बाहर निकलने को प्राथमिकता दे सकते हैं।”
सेंसेक्स की कंपनियों में इटरनल, सन फार्मा, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन सबसे ज्यादा 2.89 प्रतिशत तक की बढ़त के साथ बंद हुए। दूसरी तरफ, बजाज फाइनेंस, ट्रेंट, टाटा मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट और एशियन पेंट्स के शेयरों में 1.03 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।
ब्रोडर मार्केट में निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स क्रमशः 0.38 प्रतिशत और 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। सेक्टोरल मोर्चे पर हेल्थकेयर और फार्मास्युटिकल कंपनियों के शेयरों ने दूसरों से बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी फार्मा और हेल्थकेयर इंडेक्स क्रमशः 1.33 प्रतिशत और 1.50 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। आईटी शेयर भी अन्य प्रमुख लाभ में रहे। निफ्टी आईटी इंडेक्स 0.83 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। इसमें कोफोर्ज, एलटीआईमाइंडट्री, इंफोसिस और विप्रो ने बढ़त हासिल की।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed Reserve) ने बेंचमार्क ब्याज दर में 25 आधार अंकों की कटौती करके इसे 4 फीसदी से 4.25 प्रतिशत के दायरे में लाने का फैसला किया है। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने इस साल दो और तिमाही-प्रतिशत अंकों की कटौती का अनुमान लगाया है।
फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में एक चौथाई प्रतिशत की कटौती के साथ इस साल के शेष समय में उधारी लागत में लगातार कमी का भी संकेत दिया है। पॉलिसी मेकर्स ने नौकरी बाजार में कमजोरी की चिंताओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। इस कदम को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तरफ से केंद्रीय बैंक में नियुक्त ज्यादातर लोगों का समर्थन प्राप्त हुआ।
एशियाई बाजारों में गुरुवार को मिला-जुला कारोबार देखने को मिला। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी बेंचमार्क ब्याज दर को अपेक्षा के अनुसार घटाकर 4 प्रतिशत से 4.25 प्रतिशत के बीच कर दिया। फेड चेयर जेरोम पॉवेल ने इस कदम को ‘रिस्क मैनेजमेंट कटौती’ बताया, न कि आर्थिक कमजोरी की प्रतिक्रिया। साथ ही फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि साल के अंत तक दो और कटौतियां हो सकती हैं। एक 2026 में और दूसरी 2027 में, जबकि 2028 में कोई बदलाव नहीं होगा।
जापान का निक्केई इंडेक्स 0.8 प्रतिशत ऊपर था और इसी के साथ यह एक नए रिकॉर्ड हाई लेवल पर पहुंच गया। रियल एस्टेट और टेक्नोलॉजी शेयरों की मजबूती के चलते जापान के शेयर बाजार में तेजी रही। निवेशक अब बैंक ऑफ जापान की दो दिवसीय नीति बैठक पर नजर बनाए हुए हैं। ज्यादातर अर्थशास्त्री दरों को स्थिर ही रखे जाने का अनुमान लगा रहे हैं। इस बीच, कोस्पी 0.80 प्रतिशत की तेजी देखी गई। जबकि एएसएक्स 200 में 0.56 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिका में बुधवार को बंद होने के बाद फ्यूचर्स शेयरों में थोड़ी बढ़त दर्ज की गई। बाजारों ने फेड के फैसले को स्वीकार कर लिया। सेशन उतार-चढ़ाव भरा रहा और शुरुआती तेजी बंद होते-होते फीकी पड़ गई। डॉव जोंस कुछ समय के लिए ऑल टाइम है पर पहुंचने के बाद भी 0.57 प्रतिशत की बढ़त के साथ 46,018.32 पर बंद हुआ। दूसरी तरफ, एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,600.35 पर और नैस्डैक कंपोजिट 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,261.33 पर बंद हुआ।