JSW Energy ₹1,728 करोड़ में टिडोंग पावर प्रोजक्ट को खरीदेगी, 150 मेगावॉट बिजली का होगा उत्पादनMarket This Week: ट्रेड डील की उम्मीद से 1% चढ़े सेंसेक्स-निफ्टी, निवेशकों की दौलत ₹7.15 लाख करोड़ बढ़ीExplainer: 7 करोड़ EPFO सब्सक्राइबर्स के लिए खुशखबरी! ‘पासबुक लाइट’ से कैसे होगा फायदा₹586 करोड़ का नोटिस! Maharatna PSU को टैक्स डिपार्टमेंट ने भेजा शो-कॉज नोटिस, जानें डिटेल्सRBI ने बैंकों को डेबिट कार्ड, लेट पेमेंट और मिनिमम बैलेंस फीस घटाने का दिया निर्देश, ग्राहकों को राहत देने की कोशिशPharma stock: 30 दिन में 11% रिटर्न का मौका, ब्रोकरेज ने दिया ₹1032 का टारगेटVodafone Idea: टूटते बाजार में भी 12% से ज्यादा उछला टेलीकॉम शेयर, AGR मामले पर आया बड़ा अपडेटDefence Stock: 6 महीने में रिटर्न कमाकर देगा ये स्टॉक! ब्रोकरेज ने ₹467 का टारगेट प्राइस किया तयहाई से 43% नीचे मिल रहा है ये Smallcap Stock, शॉर्ट टर्म चुनौतियों के बावजूद ब्रोकरेज पॉजिटिव; कहा- अब खरीदोबढ़ती बुक वैल्यू के दम पर SBI Stock बनेगा रॉकेट! ₹1,025 तक के टारगेट के लिए ब्रोकरेज ने दी BUY रेटिंग
अन्य समाचार कहीं ुदामार्दं तो कहीं ुआराध्र्यं के रूप में पूजा जा रहा रावण
'

कहीं ुदामार्दं तो कहीं ुआराध्र्यं के रूप में पूजा जा रहा रावण

PTI

- October,13 2013 5:33 PM IST

इंदौर, 13 अक्तूबर .ंभाषा.ं दशहरा पर आमतौर पर रावण जलाया जाता है मगर मध्यप्रदेश में सैकड़ों लोग ऐसे भी हैं जो अपनी बरसों पुरानी मान्यताओं और किंवदंतियों के चलते इस दिन दस सिर वाले इस पौराणिक पात्र का पुतला जलाने की बजाय उसे पूजने की परंपरा निभा रहे हंै।

आम मान्यताओं के उलट ये लोग रावण को ुबुराई का प्रतीर्कं नहीं मानते, जबकि उसकी अच्छाइयों को महिमामंडित करते हुए उसे आराध्य के रूप में देखते हैं।

इंदौर का जय लंकेश मित्र मंडल पिछले चालीस साल से दशहरे पर रावण की पूजा कर रहा है। यह संगठन रावण को ुभगवान शिव का परम भक्र्तं और ुमहाविद्वार्नं मानता है।

संगठन के प्रमुख महेश गौहर ने आज ुभार्षां को बताया कि इस बार भी दशहरे पर पूरे विधि..विधान से रावण की पूजा..अर्चना की गयी। इस मौके पर ुरावण संहिर्तां के पाठ और कन्याओं के पूजन के साथ हवन और प्रसाद वितरण भी किया गया।

गौहर ने कहा, ुहमने लोगों से विनम्र अनुरोध किया है कि वे हमारे आराध्य रावण का दशहरे पर पुतला न फूंकें। इससे पर्यावरण को भी फायदा होर्गा।ं

उन्होंने बताया कि उनके संगठन ने शहर के परदेशीपुरा क्षेत्र में रावण का मंदिर भी बनवाया है, जिसमें दो महीने के भीतर दशानन की मूर्ति की प्राण..प्रतिष्ठा की जायेगी।

प्रदेश में मंदसौर, विदिशा, खरगौन, छिंदवाड़ा और उज्जैन जिलों में भी रावण को अलग..अलग रूपों मेें पूजा जाता है।

मसलन यहां से कोई 200 किलोमीटर दूर मंदसौर में किंवदंती है कि रावण की पत्नी मंदोदरी का मायका इस नगर में ही था यानी रावण मंदसौर का दामाद था।

जारी भाषा हर्ष

संबंधित पोस्ट