हेलन ने कहा कि दमदम स्थित उनके स्कूल में पांचवीं कक्षा की 11 साल की छात्रा आइन्द्रीला दास की मौत के बाद उत्पात मचाने वाले स्कूल के नहीं थे।
हेलन ने कहा कि भीड़ ने उन्हें इस्तीफे के लिए मजबूर किया।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, मुझे भीड़ के निर्देश पर पुलिस द्वारा इस्तीफे के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने इस पूरी घटना में भीड़ के कहने पर कदम उठाया। मुझे शिक्षकों और गैर शिक्षा कर्मचारियों और छात्रावास के बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर पुलिस के सामने झुकना पड़ा।
एक सवाल के जवाब में हेलन ने कहा कि उन्होंने पुलिस को बुलाकर स्कूल को सुरक्षा देने का आग्रह किया लेकिन उनकी उपस्थिति में तोड़फोड़ की गई।
उन्होंने कहा कि छात्र चाहते थे कि वह स्कूल में वापस आएं क्योंकि स्कूल प्रबंधन समिति ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया।
जारी भाषा