स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के करियर के 45वें एकदिवसीय शतक के बाद गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मंगलवार को यहां श्रीलंका को 67 रन से हराकर तीन मैच की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बनाई।
कोहली ने दो जीवनदान का फायदा उठाते हुए 113 रन की पारी खेली जिससे भारत ने छह विकेट पर 373 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। कोहली ने 87 गेंद में 12 चौके और एक छक्का जड़ा।
सलामी बल्लेबाजों कप्तान रोहित शर्मा (83) और शुभमन गिल (70) ने भी अर्धशतक जड़ने के अलावा पहले विकेट के लिए 143 रन जोड़कर भारत के बड़े स्कोर की नींव रखी।
श्रीलंका की टीम इसके जवाब में आठ विकेट पर 306 रन ही बना सकी
श्रीलंका की टीम इसके जवाब में कप्तान दासुन शनाका (नाबाद 108, 88 गेंद, 12 चौके और तीन छक्के) के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी और सलामी बल्लेबाज पथुम निसंका (72) के अर्धशतक के बावजूद आठ विकेट पर 306 रन ही बना सकी।
शनाका ने कासुन रजिता (नाबाद 09) के साथ नौवें विकेट के लिए 100 रन की अटूट साझेदारी की। भारत की ओर से उमरान मलिक ने 57 रन देकर तीन जबकि मोहम्मद सिराज ने 30 रन देकर दो विकेट चटकाए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे श्रीलंका की शुरुआत खराब रही और उसने छठे ओवर में 23 रन तक दो विकेट गंवा दिए। पारी के चौथे ओवर में सिराज के खिलाफ अविष्का फर्नांडो (05) ने गेंद को हवा में लहराकर मिड ऑफ पर हार्दिक पंड्या को कैच थमाया जबकि इस तेज गेंदबाज ने अगले ओवर में कुसाल मेंडिस (00) को भी बोल्ड किया।
चरित असलंका भी 23 रन बनाने के बाद उमरान का शिकार बने। उन्होंने विकेटकीपर लोकेश राहुल को कैच थमाया। असलंका ने डीआरएस नहीं लिया लेकिन रीप्ले में दिखा कि गेंद उनके थाई पैड से टकराकर राहुल के हाथों में गई थी। निसंका और धनंजय डिसिल्वा (47) ने चौथे विकेट के लिए 72 रन जोड़कर पारी को संवारने की कोशिश की।
निसंका ने 21वें ओवर में युजवेंद्र चहल पर लगातार दो चौकों और एक रन के साथ 57 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। इसी ओवर में टीम का रनों का शतक भी पूरा हुआ। रोहित ने इसके बाद मोहम्मद शमी को गेंदबाजी में वापसी कराई और उन्होंने कप्तान को निराश नहीं करते हुए धनंजय को विकेटकीपर राहुल के हाथों कैच करा दिया। धनंजय ने 40 गेंद का सामना करते हुए नौ चौके मारे।
निसंका भी इसके बाद उमरान की उछाल लेती गेंद को पुल करने की कोशिश में अक्षर को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 80 गेंद की पारी में 11 चौके मारे। वानिंदु हसरंगा (16) ने आते ही चहल की लगातार गेंदों पर दो छक्के और एक चौका मारा लेकिन अगली गेंद को सीधे श्रेयस अय्यर के हाथों में खेल गए। उमरान ने अगले ओवर में दिमुथ वेलालागे (00) को स्लिप में गिल के हाथों कैच कराके श्रीलंका का स्कोर सात विकेट पर 179 रन किया।
शनाका और चमिका करूणारत्ने (14) ने टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। पंड्या ने करूणारत्ने को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। श्रीलंका को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 154 रन की दरकार थी। शनाका ने उमरान पर तीन चौके और फिर अक्षर पर दो रन के साथ 50 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
शनाका की उम्दा पारी के बावजूद श्रीलंका को अंतिम पांच ओवर में 112 रन की जरूरत थी जिससे उसकी हार तय हो गई थी। शनाका ने आखिरी ओवर में शमी की पांचवीं गेंद पर चौके के साथ 87 गेंद में दूसरा शतक पूरा किया।
तेंदुलकर के विश्व रिकॉर्ड 49 शतक से सिर्फ चार शतक दूर कोहली
इससे पहले चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ भारत के पिछले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में 113 रन की पारी खेलने वाले कोहली एक बार फिर अच्छी लय में दिखे। यहां चार साल पहले हुए एकमात्र एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में शतक (वेस्टइंडीज के खिलाफ 140) जड़ने वाले भारत के पूर्व कप्तान कोहली का भाग्य ने भी पूरा साथ दिया। उन्हें 52 और 81 रन के स्कोर पर जीवनदान मिले। वह अब महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के विश्व रिकॉर्ड 49 शतक से सिर्फ चार शतक दूर हैं। कोहली के नाम पर अब 73 अंतरराष्ट्रीय शतक हो गए हैं।