रोहित शर्मा ‘हिटमैन’ के नाम से भी जाने जाते हैं और यह उनके नाम के साथ फिट भी बैठता है क्योंकि उनकी बल्लेबाजी विस्फोटक होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के सभी प्रारूपों के कप्तान के तौर पर हुई हाल की पदोन्नति के चलते और तनावमुक्त तथा शांत स्वभाव के बावजूद रोहित शर्मा की ब्रांड इक्विटी और बढ़ सकती है। लेकिन उनके ब्रांड की तरक्की और उनके दिग्गज पूर्ववर्ती खिलाड़ी एम एस धोनी और विराट कोहली के साथ तुलना करने के लिहाज से देखा जाए तो अभी खेल की शुरुआत ही हुई है।
करीब 34 साल के हो चुके शर्मा को अपनी नई भूमिका में उतनी मशक्कत नहीं करनी पड़ी क्योंकि भारत ने पिछले एक महीने में एक दिवसीय मैचों और टेस्ट मैचों में कोई गेम गंवाए बिना ही कम रैंकिंग वाली दो टीमों, वेस्टइंडीज और श्रीलंका को मात दे दी है।
कॉरपोरेट जांच और जोखिम सलाहकार कंपनी डफ ऐंड फेल्प्स के प्रबंध निदेशक अविरल जैन बताते हैं कि शर्मा के ब्रांड ने पिछले कुछ वर्षों में लगातार बढ़ोतरी की है और इसका एक प्रमुख कारण क्रिकेट के सभी प्रारूपों में उनका मजबूत प्रदर्शन रहा है। डफ ऐंड फेल्प्स सालाना सेलेब्रिटी ब्रांड मूल्यांकन रिपोर्ट प्रकाशित करता है।
सेलेब्रिटी रैंकिंग में भी मुंबई के इस बल्लेबाज की रैङ्क्षकग 20 (2019) से 17 (2020) हो गई है। उनके बढ़ते कद के साथ ही उनकी ब्रांड वैल्यू 2021 की रिपोर्ट में और बढऩे की उम्मीद है जो जल्द ही जारी होने वाली है। सेलेब्रिटी ब्रांड मूल्यांकन रिपोर्ट 2020 के अनुसार, शीर्ष स्थान पर कोहली थे जिनकी ब्रांड वैल्यू 23.77 करोड़ डॉलर थी। वहीं इस लिहाज से शर्मा की ब्रांड वैल्यू 2.57 करोड़ डॉलर थी। जैन कहते हैं, ‘भारतीय टीम का नेतृत्व करने की वजह से उनका ब्रांड इससे ऊपर के स्तर पर चला जाएगा।’
शर्मा के पोर्टफोलियो में अब तक भारतपे, सिएट और डॉ ट्रस्ट सहित विभिन्न उद्योगों के ब्रांड शामिल हैं। उन्होंने फिलहाल 24 ब्रांडों के साथ करार किया है। जैन कहते हैं, ‘शांत और विश्वसनीय होने की वजह उनकी स्थिति मजबूत है, हालांकि इसे कोहली या धोनी की तर्ज पर बिल्कुल नहीं देखा जा सकता है।’ वह कप्तान बनने की वजह से ज्यादा करार शुल्क पाने का भी दावा कर सकते हैं। जैन कहते हैं कि उनकी फीस कोहली की तुलना में काफी कम है लेकिन यह अंतर वक्त के साथ कम हो सकता है।
ब्रांड विश्लेषकों और इमेज गुरुओं के लिए शर्मा का व्यक्तित्व भले ही उतना दिलचस्प न हो लेकिन उन्होंने अपना संवाद अपने विश्वसनीय प्रदर्शन के जरिये किया है जिसकी वजह से उनके खाते में कई ब्रांड आए। एक ब्रांड इंटेलीजेंस और डेटा इनसाइट कंपनी टीआरए रिसर्च के मुख्य कार्याधिकारी एन चंद्रमौलि के मुताबिक उन्हें खेल परिधानों से लेकर, उपभोक्ता वस्तुओं, फिटनेस, टेक और वित्त क्षेत्र की कंपनियों के साथ ब्रांड करार करने का मौका मिला है। शर्मा को एक ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी के तौर पर देखा जाता है जिनका पूरा जोर खेल पर है जबकि धोनी और कोहली के व्यक्तित्व में विविधता है। चंद्रमौलि कहते हैं, ‘रोहित की शख्सियत आम आदमी से काफी जुड़ी हुई है और वह पड़ोस में रहने वाले लड़कों की तरह दिखते भी हैं। उनकी मातृभाषा तेलुगू है जिसकी वजह से वह दक्षिण में भी कारगर हो जाते हैं।’
शर्मा को भारतीय क्रिकेट की कप्तानी करने का मौका कोहली और धोनी के मुकाबले थोड़ी ज्यादा उम्र में मिला है ऐसे में निश्चित तौर पर उनके व्यक्तित्व में कुछ परिपक्वता दिखेगी। उनके ब्रांड में भरोसा बनाने के लिए रोहित की कप्तानी को जटिल परिस्थितियों में देखा जा सकता है। सामान्य आदमी की छवि के चलते उन्हें कई तरह के ब्रांड मिल सकते हैं और वह सभी विज्ञापनदाताओं से बेहतर प्रदर्शन का दावा भी कर ही सकते हैं।
विज्ञापन एजेंंसी रीडीफ्यूजन के ब्रांंड विशेषज्ञ और प्रबंध निदेशक संंदीप गोयल कहते हैं कि शर्मा को लेकर राय बनाना थोड़ी जल्दबाजी होगी क्योंकि नए कप्तान के तौर पर अभी यह देखना बाकी है कि वह कोहली की जगह ले पाते हैं या नहीं।
किसी भी कप्तान के लिए असली परीक्षा तब होती है जब वह भारतीय टीम का नेतृत्व विदेश में इंगलैंड, ऑस्ट्रेलिया या दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ करे। गोयल के मुताबिक शर्मा को थोड़ा नीरस, निर्विवाद और सरल माना जा सकता है और यह कूल क्रिकेटर की परिभाषा से अलग हो सकता है लेकिन ब्रांड अपना विकास करता है।
कुछ हद तक उनकी तुलना राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले से की जा सकती है जिन्होंने थोड़े वक्त के लिए कप्तानी की थी। करीब एक दशक पहले धोनी ने छक्का मारकर भारत को दूसरा विश्व कप दिलाया और एक ब्रांड के तौर पर अपना अलग मुकाम बना लिया था। विश्व कप का आगामी आयोजन भी एक-डेढ़ साल में होने वाला है ऐसे में शर्मा के मंच तैयार है जहां वह प्रदर्शन कर अपने ब्रांड को नई उड़ान भरने का मौका दे सकते हैं।
