राज्य सरकारें 1 मई से 18-45 वर्ष की उम्र के लोगों को कोविड टीका लगवाने के लिए खुराकों का इंतजाम करने में जुट गई हैं। राज्यों ने टीका बनाने वाली कंपनियों से करोड़ों खुराकों की कीमत को लेकर बातचीत का सिलसिला शुरू कर दिया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 1 करोड़ टीका खुराकों की खरीद की योजना बनाई है जिसमें से 50-50 लाख टीके क्रमश: सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक से खरीदने की तैयारी है। महाराष्ट्र 1.5 करोड़ खुराकें खरीदने की तैयारी में है। वह इसके लिए एक वैश्विक निविदा जारी करने की तैयारी में है। वैसे टीका निर्माताओं की मानें तो राज्य सरकारें 150 रुपये प्रति खुराक के भाव से खरीद करना चाहती हैं। केंद्र सरकार पहले ही यह साफ कर चुकी है कि वह इन कंपनियों से इसी भाव पर टीका खरीद जारी रखेगी।
हालांकि महाराष्ट्र ने अपने निवासियों को मुफ्त में टीका देने को लेकर अपना रुख अभी पूरी तरह साफ नहीं किया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सबको मुफ्त टीका देने की संभावना से इनकार किया था लेकिन अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने आज कहा कि राज्य सरकार महाराष्ट्र के निवासियों को मुफ्त में टीका मुहैया कराएगी।
राज्यों को अपने लोगों के लिए कोविड टीके की खुराकें खरीदने की व्यवस्था अपने ही फंड से करनी होगी क्योंकि केंद्र सरकार से फंड मिलने की संभावना नगण्य है। महाराष्ट्र सरकार के एक अधिकारी कहते हैं, ‘फिलहाल हमारा अनुमान है कि टीके की खरीद पर करीब 5,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हम कीमत को लेकर टीका विनिर्माताओं से चर्चा करेंगे और घोषित दाम से कम पर खरीदारी करना चाहेंगे।’
जहां टीका खरीद का भाव अभी तक साफ नहीं है वहीं राज्यों ने टीका निर्माताओं को अपनी फौरी जरूरतों के बारे में बताना शुरू कर दिया है। अधिकांश राज्यों ने टीका खरीद पर उच्च स्तरीय समितियां बना ली हैं जिनमें मंत्रियों के अलावा आला अफसरों को भी जगह मिली है। यह समिति ही कोविड टीके के लाभार्थियों की संख्या, मुफ्त टीकाकरण अभियान पर आने वाले खर्च एवं टीका कीमत रणनीति को अंतिम रूप देगी।
पश्चिम बंगाल का स्वास्थ्य विभाग 18-44 साल के लोगों को टीका लगवाने के लिए खरीदारी संबंधी बातचीत कर रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो हरेक स्तर पर बात चल रही है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि वह कोविशील्ड और कोवैक्सीन टीकों की खरीद 150 रुपये प्रति खुराक के भाव से जारी रखेगा। केंद्र इन खुराकों की आपूर्ति मुफ्त में राज्यों को करेगा। केंद्र 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों के टीकाकरण का बोझ उठाना जारी रखेगा जबकि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण पर आने वाला खर्च राज्य सरकारें उठाएंगी। लोग निजी अस्पतालों में अपने खर्च पर भी कोविड टीका लगवा सकते हैं।
जहां केंद्र सरकार 150 रुपये के भाव पर ही टीका खरीदने को संकल्पित है वहीं राज्यों के लिए एस्ट्राजेनेका ने कोविशील्ड का भाव 400 रुपये और भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन का भाव 600 रुपये प्रति खुराक रखने की घोषणा की है। कोविशील्ड को 600 रुपये और कोवैक्सीन को 1200 रुपये प्रति खुराक के भाव पर निजी अस्पतालों को देने की भी बात कही गई है।
टीकों की कीमत को लेकर विनिर्माताओं एवं सरकार के बीच मतभेद के सुर सुनाई देने लगे हैं। सीरम इंस्टीट्यूट के मुख्य कार्याधिकारी अदार पूनावाला ने पिछले हफ्ते कहा कि केंद्र सरकार के साथ 10 करोड़ खुराक का मौजूदा अनुबंध पूरा होने के साथ ही 150 रुपये प्रति खुराक का भाव बदल गया है। उन्होंने केंद्र एवं राज्यों दोनों को ही 400 रुपये के भाव से टीका देने की बात कही है।