प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी नई सरकार में शामिल सभी मंत्रियों को आज विभागों का बंटवारा कर दिया। मंत्रिमंडल के शीर्ष मंत्रालयों में किसी तरह का फेरबदल नहीं किया है और पुरानी नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए पिछले मंत्रियों पर ही भरोसा किया गया है। मोदी ने अपनी नई मंत्रिपरिषद में वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री, अमित शाह को गृह मंत्री, निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्री और एस जयशंकर को विदेश मंत्री के पद पर बरकरार रखा है।
नए चेहरों में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि और किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास विभाग दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ रसायन व उर्वरक विभाग दिया गया है और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा विभाग के साथ शहरी विकास मंत्रालय की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नितिन गडकरी इस बार भी भूतल परिवहन मंत्री हैं और धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्री ही बने रहेंगे। किरेन रिजिजू को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के बजाय इस बार संसदीय कार्य मंत्रालय सौंप दिया गया है मगर अर्जुन राम मेघवाल कानून मंत्री बने रहेंगे। हरदीप सिंह पुरी पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय संभालते रहेंगे। आधिकारिक बयान के अनुसार सर्वानंद सोनोवाल पोत परिवहन मंत्रालय का जिम्मा संभालते रहेंगे और वरिष्ठ भाजपा नेता पीयूष गोयल वाणिज्य और उद्योग मंत्री बने रहेंगे।
कैबिनेट में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी दलों को भी स्थान दिया गया है। जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच डी कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है और हम पार्टी के प्रमुख तथा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम मंत्रालय दिया गया है। जद (यू) के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह को पंचायती राज और मत्स्यपालन, पशुपालन एवं दुग्ध मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री बनाया गया है। पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए गए तेदेपा के नेता राम मोहन नायडू को नागर विमानन मंत्रालय सौंपा गया है। राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है और उन्हें शिक्षा राज्य मंत्री की भी जिम्मेदारी दी गई है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस बार संचार मंत्री बनाया गया है और उन्हें पूर्वोत्तर मामलों के मंत्रालय की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछली सरकार में वह नागर विमानन मंत्री थे। कैबिनेट मंत्री अश्विनी वैष्णव नए सूचना और प्रसारण मंत्री होंगे और उनके पास पहले की तरह रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी भी रहेगी।
पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे मनसुख मांडविया अब श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्रालय का कामकाज देखेंगे। अन्नपूर्णा देवी को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनका कद इस बार बढ़ा है, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में वह राज्यमंत्री थीं और इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही राज्य मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले 36 मंत्रियों को भी उनके विभाग सौंपे गए हैं।
मोदी और 71 मंत्रियों ने रविवार को राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। यह मंत्रियों के लिए संख्या अधिकतम स्वीकृत संख्या 81 से केवल 9 कम है। 2019 से 2024 तक मोदी के कार्यकाल के दौरान मंत्रिमपरिषद में मंत्रियों की अधिकतम संख्या 78 रही थी।