सोमवार को जब संसद में राज्यसभा की कार्यवाही शुरु हुई, तो वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने संविधान पर चर्चा की शुरुआत की। अपने भाषण में वित्तमंत्री ने बॉलीवुड के गोल्डन days के गीतकार मजरुह सुल्तानपुरी, बलराज साहनी का ज़िक्र किया। यहां तक की बॉलीवुड फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ के प्रदर्शन पर रोक लगाने की बात पर भी कांग्रेस को घेरा। फिल्म को लेकर तत्कालीन कांग्रेस नेताओं की नाराज़गी थी कि ये इंदिरा गांधी को लेकर बनाई एक व्यंग्यात्मक फिल्म है। अपने एक घंटे से ज्यादा के भाषण में निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस को खूब घेरा।
अब जब कांग्रेस की बोलने की बारी आई, तो कांग्रेस की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने बोलना शुरु किया। खड़गे बोलना शुरु हुए तो बीजेपी सहित सरकार में शामिल पार्टियों को संविधान निर्माण को लेकर आड़े हाथों लिया। खड़गे ने पहले संविधान संशोधन से लेकर पूरे संविधान निर्माण में कांग्रेस की भूमिका को बताना शुरू किया, ऐसे ही एक वक्त में राज्यसभा के सभापति, उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहा। बस यहीं पर संविधान पर बात करते-करते खड़गे, क्रिकेटर तेंदुलकर का जिक्र करने लगे।
हुआ यूं कि मल्लिकार्जुन खड़गे बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर द्वारा 25 नवंबर 1950 को दिए गए एक भाषण के अंश को पढ़ रहे थे और सभापति धनखड़ उनकी तरफ न देखकर सदन में सत्ता पक्ष के सदस्यों को देख रहे थे। धनखड़ को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि वह न तो उनकी तरफ देख रहे हैं और न ही उनको सुन रहे हैं। इस पर धनखड़ ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘99 प्रतिशत मैं आपको ही देख रहा हूं।’’ बस फिर क्या था, खड़गे ने धनखड़ की 99 वाली बात पकड़ ली और कहा, ‘‘किंतु यह एक प्रतिशत (उस कागज की ओर संकेत करते हुए जिसे वह पढ़ रहे थे) बहुत महत्वपूर्ण है। सचिन तेंदुलकर ने 10 बार या 12 बार 99 रन बनाये और वह शतक नहीं पूरा कर सके।”
99 पर खड़गे का तेंदुलकर वाला उदाहरण देने पर सदन में ठहाके लगे। इतना ही नहीं वैसे बहुत सीरियस रहनेवाले सभापति जगदीश धनखड़ भी मुस्कराने लगे।
क्रिकेट से जुड़े आंकड़ों पर नजर डाले तो One Day matches में तेंदुलकर के 99 पर आउट होने कई मौके है, जिसमें मोहाली में भारत-पाकिस्तान वनडे मैच के दौरान तेंदुलकर 99 पर आउट हो गए थे। इसी तरह भारत- इंग्लैंड के बीच ब्रिस्टल में खेले गए वनडे मैच के दौरान भी तेंदुलकर अपना शतक पूरा नहीं कर पाए। Belfast में भारत- साउथ अफ्रीका के बीच खेले वनडे में भी तेंदुलकर शतक बनाने से केवल एक रन से चूक गए थे।