facebookmetapixel
Groww IPO की धमाकेदार लिस्टिंग! अब करें Profit Booking या Hold?Gold में फिर आने वाली है जोरदार तेजी! जानिए ब्रोकरेज ने क्यों कहा?सेबी चीफ और टॉप अफसरों को अपनी संपत्ति और कर्ज का सार्वजनिक खुलासा करना चाहिए, समिति ने दिया सुझावKotak Neo का बड़ा धमाका! सभी डिजिटल प्लान पर ₹0 ब्रोकरेज, रिटेल ट्रेडर्स की बल्ले-बल्लेभारी बारिश और चक्रवात मोंथा से कपास उत्पादन 2% घटने का अनुमान, आयात रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की उम्मीदSpicejet Q2FY26 results: घाटा बढ़कर ₹635 करोड़ हुआ, एयरलाइन को FY26 की दूसरी छमाही में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदRetail Inflation: खुदरा महंगाई अक्टूबर में घटकर कई साल के निचले स्तर 0.25% पर आई, GST कटौती का मिला फायदाGold ETFs में इनफ्लो 7% घटकर ₹7,743 करोड़ पर आया, क्या कम हो रही हैं निवेशकों की दिलचस्पी?चार्ट्स दे रहे ब्रेकआउट सिग्नल! ये 5 Midcap Stocks बना सकते हैं 22% तक का प्रॉफिट₹60 के स्मॉलकैप Metal Stock पर मिल सकता है 80% रिटर्न, ब्रोकरेज बोले – खरीदों; एंट्री का सही वक्त

National Science Day 2023: 28 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस? जानें क्या है वजह

Last Updated- February 28, 2023 | 10:59 AM IST
Scientist CV Raman

28 फरवरी का दिन पूरे देशभर में नेशनल साइंस डे के रूप में मनाया जाता है। भारत के महान वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकट रमन (CV Raman) ने 1928 में स्पेक्ट्रोस्कोपी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण आविष्कार किया था, जिसको रमन इफेक्ट (Raman Effect) नाम दिया गया था। विज्ञान के क्षेत्र में इस महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें 1930 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

बता दें कि भारत सरकार ने इस साल नेशनल साइंस डे की थीम- ‘वैश्विक भलाई के लिए वैश्विक विज्ञान’ (Global Science for Global Well-being) रखी है।

आइए, जानते हैं इस दिन से जुड़ी कुछ खास बातें:

विज्ञान के क्षेत्र में लोगों की रुची बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की घोषणा की गई थी। बता दें कि 1986 में प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सरकार ने इस दिन को मनाने का ऐलान किया था।

इस दिन का आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद (NCSTC), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) पूरे देशभर में करवाते हैं।

डीएसटी ने फरवरी 1987 में राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार भी शुरू किया था, जिसका उद्देश्य विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रयासों को पहचानने देना था। यह पुरस्कार राष्ट्रीय विज्ञान दिवस यानी 28 फरवरी को ही दिए जाते हैं।

वैज्ञानिक सीवी रमन के महत्वपूर्ण योगदान

  • यह पहले भारतीय वैज्ञानिक थे जिन्हें विज्ञान के क्षेत्र, भौतिकी में नोबेल पुरस्कार मिला था।
  • प्रोफेसर सीवी रमन ने तबला और मृदंग जैसे भारतीय ड्रमों की ध्वनि की सुरीली प्रकृति को भी चेक किया था।
  • वहीं साल 1943 में, सीवी रमन ने बैंगलोर के पास रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की थी।
  • प्रोफेसर सीवी रमन को साल 1954 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
  • इसके अलावा, इन्हें साल 1957 में लेनिन शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

First Published - February 28, 2023 | 10:59 AM IST

संबंधित पोस्ट